भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर अपने प्रशंसकों को चौंका दिया था। अब एक और खास सम्मान उनके नाम जुड़ गया है। मुंबई के ऐतिहासिक वानखेड़े स्टेडियम में रोहित शर्मा के नाम पर एक स्टैंड का नामकरण किया गया है। शुक्रवार, 16 मई को इस भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन हुआ जिसमें देश की कई बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं।
समारोह के दौरान वानखेड़े स्टेडियम के दिवेचा पवेलियन के लेवल-3 को अब ‘रोहित शर्मा स्टैंड’ के नाम से जाना जाएगा। इस प्रस्ताव को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन की हालिया वार्षिक बैठक में मंजूरी मिली थी, जिसे मिलिंद नार्वेकर ने पेश किया था। इस आयोजन में रोहित शर्मा अपने परिवार के साथ शामिल हुए और उन्होंने इस सम्मान को भावुक होकर स्वीकार किया।
17 मई से फिर शुरू हो रहा IPL.. न डीजे, न चीयर्स गर्ल्स का डांस, इन दो टीमों का होगा सामना
रोहित ने मंच से कहा, “आज जो हो रहा है, वो मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था। बचपन में मेरा सपना था कि मैं मुंबई और भारत के लिए खेलूं। लेकिन मेरे नाम पर वानखेड़े जैसे ऐतिहासिक स्टेडियम में एक स्टैंड होगा, यह कल्पना से परे है। मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। यह इसलिए भी खास है क्योंकि मैं अभी भी एक फॉर्मेट में खेल रहा हूं।”
इस खास मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कई अन्य गणमान्य अतिथि भी समारोह में उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान वानखेड़े स्टेडियम के अन्य हिस्सों का भी नाम बदलकर प्रतिष्ठित खिलाड़ियों और प्रशासकों के नाम पर रखा गया। ग्रैंड स्टैंड के लेवल-3 को अब ‘शरद पवार स्टैंड’, लेवल-4 को ‘अजीत वाडेकर स्टैंड’ और स्टेडियम के ऑफिस का नाम पूर्व अध्यक्ष अमोल कालेकी याद में रखा गया है।
रोहित शर्मा की गौरवगाथा
टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के बावजूद रोहित शर्मा अब भी सीमित ओवरों के क्रिकेट में सक्रिय हैं। उनके नेतृत्व में भारत ने 2024 में टी-20 विश्व कप और 2025 में चैम्पियंस ट्रॉफी जीतकर क्रिकेट इतिहास में सुनहरा अध्याय जोड़ा। इसके अलावा, रोहित की कप्तानी में भारत ने 2023 का वनडे विश्व कप भी खेला और उपविजेता रहा। सचिन तेंदुलकर और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों की पंक्ति में अब रोहित शर्मा का नाम भी भारतीय क्रिकेट के स्वर्णिम इतिहास में दर्ज हो गया है। वानखेड़े स्टेडियम में उनके नाम का स्टैंड न सिर्फ एक सम्मान है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का प्रतीक भी बनेगा।