पिछले महीने रेलवे भर्ती बोर्ड के खिलाफ परीक्षार्थियों के जबरदस्त बवाल के बाद रेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लिया है। इसके तहत एनटीपीसी के रिक्त पदों के 20 गुना अधिक अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। सोमवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव की अध्यक्षता में बैठक हुई है, जिसमें यह फैसला लिया गया। बता दें बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के हजारों अभ्यर्थी इस मांग को लेकर फरवरी में आंदोलन किए थे।
भर्ती प्रक्रिया से जुड़े 3 लाख सुझाव आए थे
विभागीय अधिकारी ने बताया कि रेलवे भर्ती बोर्ड की बहाली पर बवाल के बाद तीन लाख सुझाव आए थे। इनमें से 2.18 लाख विभाग की वेबसाइट, 64 हजार ईमेल और 1380 अभ्यर्थियों ने रेलवे भर्ती बोर्ड के कार्यालय में आकर सुझाव दिए थे। ऐसे में रेल मंत्रालय ने निर्णय लिया कि भर्ती से 20 गुना अधिक अभ्यर्थियों की परीक्षा कराई जाए। अब साढ़े चार लाख की जगह सात लाख अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। एनटीपीसी पदों पर कंप्यूटर आधारित परीक्षा लेवल-एक की परीक्षा में 35000 पदों के लिए साढ़े चार लाख अभ्यर्थी पास हुए हैं। एक अभ्यर्थी कई पदों पर पास हुए हैं। अब इन्हें एक पद के अलावा अन्य पदों को छोड़ना होगा। आंदोलन के दौरान अभ्यर्थियों की मांग थी कि रौल नंबर का नहीं, बल्कि अभ्यर्थियों का चयन किया जाए।