बिहार विधान मंडल के बजट सत्र के दौरान एक बार फिर से लॉ एंड ऑर्डर के मुद्दे पर विपक्ष सरकार को घेरती नजर आ रही है। सदन के बाहर माले विधायकों ने पटना में शनिवार को प्राइवेट हास्पिटल की संचालिका की हत्या के मामला को लेकर प्रदर्शन किया। इसके अलावा शराबबंदी को लेकर भी विधानसभा के बाहर सत्ता पक्ष और विपक्षी विधायकों के बीच हंगामा हुआ।

दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर नेता आरके सिंह ने बिहार की शराबबंदी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि शराबबंदी के कानून को हटा देना चाहिए। साथ ही उन्होंने पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, बिहार में इन दिनों पुलिसकर्मी खुद से शराब बिकवा रहे हैं। बिहार के नौजवानों का नशे के चलते जीवन बर्बाद हो रहा है।
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भाजपा नेता के बयान पर राजद विधायक मुकेश रोशन ने कहा कि हम संपूर्ण नशा मुक्ति की बात करते हैं। बिहार में शराबबंदी कहां है। दिखती तो कहीं नहीं, लेकिन बिकती और मिलती हर जगह है। वहीं कांग्रेस विधायक ने आर के सिंह के बयान पर कहा कि बिहार में जब शराबबंदी लागू हुई थी तो हमलोगों ने भी समर्थन दिया था। लेकिन हमलोगों को यह पता नहीं था कि सरकारी महकमा ही शराब बेचने के लग जाएगा। पूरा सिस्टम ही नेक्सस बनकर काम कर रहा है। यहां तक पुलिस थाना ही शराब बचाने में लगी हुई है।

वहीं आरके सिंह के बयान को लेकर बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां ने कहा कि बिहार में जब शराबबंदी कानून लागू हुई थी सभी दलों ने इसका समर्थन दिया था। बिहार में कभी शराबबंदी नहीं हटेगी। शराबबंदी कानून से राज्य की महिला खुश हैं। लोगों के घरों में शांति हैं। अब लोग क्या कहते हैं उसे पर कोई टीका टिप्पणी करना उचित नहीं है।
