बिहार के समस्तीपुर में भाजपा नेता की हत्या (Samastipur BJP Leader Murder) के बाद राज्य की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। इस सनसनीखेज हत्याकांड को लेकर जहां विपक्ष सरकार पर कानून-व्यवस्था के सवाल उठा रहा है, वहीं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पुलिस की कार्रवाई को त्वरित और प्रभावी बताया है। समस्तीपुर दौरे के दौरान मीडिया से बातचीत में डिप्टी सीएम ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह मामला किसी राजनीतिक साजिश का नहीं बल्कि आपसी विवाद का है, जिसकी पुष्टि शुरुआती जांच में हो चुकी है।
सम्राट चौधरी के अनुसार घटना के तुरंत बाद पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और मौके की लापरवाही को देखते हुए संबंधित थाना प्रभारी को तत्काल सस्पेंड भी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में जहां भी कोई आपराधिक घटना हो रही है, वहां पुलिस बिना देरी कार्रवाई कर रही है और दोषियों को जेल भेजा जा रहा है। डिप्टी सीएम का यह बयान सीधे तौर पर उन आरोपों का जवाब माना जा रहा है, जिनमें बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए जा रहे थे।
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इस पूरे मामले पर DU नेता नीरज कुमार ने भी विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर में जो घटना हुई, वह बेहद दुखद है लेकिन तथ्यों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। नीरज कुमार के मुताबिक यह हत्याकांड आपसी विवाद का नतीजा है और पुलिस ने महज चार घंटे के भीतर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने यह भी बताया कि दोनों परिवारों के बीच पहले से विवाद चला आ रहा था और इस संबंध में मुकदमे भी दर्ज थे। ऐसे में घटना को राजनीतिक रंग देना उचित नहीं है।
नीरज कुमार ने आगे कहा कि पुलिस की कार्यप्रणाली की समीक्षा करते हुए SHO को सस्पेंड किया गया है और मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। आवेदन और दस्तावेज सामने आने के बाद यह और स्पष्ट हो जाएगा कि विवाद किस स्तर तक पहुंच चुका था। उन्होंने विपक्ष पर पलटवार करते हुए सवाल किया कि अगर उन्हें पहले से किसी खतरे की जानकारी थी तो पुलिस को सूचित क्यों नहीं किया गया। उन्होंने यह भी जोड़ा कि परिजनों द्वारा FIR तक दर्ज नहीं कराई गई, इसके बावजूद पुलिस ने चार घंटे के भीतर आरोपियों को पकड़ लिया, जो अपने आप में कानून-व्यवस्था की मजबूती को दर्शाता है।






















