समस्तीपुर जिले (Samastipur Firing in Land Dispute) से इस वक़्त की सबसे बड़ी खबर सामने आई है जहां मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के सिलौत गांव में जमीन को लेकर शुरू हुआ विवाद अचानक अंधाधुंध फायरिंग में बदल गया। ग्रामीण इलाके में हुई इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। जमीन के स्वामित्व को लेकर दो पक्षों के बीच चल रही खींचतान रविवार को हिंसक रूप ले बैठी और देखते ही देखते गोलियों की आवाज़ पूरे गांव में गूंजने लगी। इस गोलीबारी में तीन लोग घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत चिंताजनक बताई जा रही है।
घटना के बाद सभी घायलों को पहले समस्तीपुर सदर अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने पर दो लोगों को बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। पुलिस को सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची और आनन-फानन में इलाके को सुरक्षा घेरे में लेकर छानबीन शुरू कर दी। साक्ष्यों को सुरक्षित रखने और घटनास्थल का वैज्ञानिक विश्लेषण करने के लिए एसएफएल की टीम को भी सिलौत गांव भेजा गया है।
तेजस्वी पर शाहनवाज़ का सबसे तीखा वार.. न सत्ता योग्य, न विपक्ष योग्य
सदर डीएसपी संजय पांडे के अनुसार सिलौत गांव के प्रदुम्न झा ने अपनी दो बीघा जमीन गांव के ही श्रवण सहनी को बटाई पर दे रखी थी। विवाद तब शुरू हुआ जब जिस व्यक्ति से प्रदुम्न झा ने यह जमीन बाला खरीद के तहत ली थी, उसके परिजन अपने हिस्से का दावा करते हुए रविवार को उस जमीन को जोतने पहुंचे। बटाईदार पक्ष ने इसका विरोध किया और देखते ही देखते बहस झगड़े और फिर घातक फायरिंग में बदल गई। डीएसपी के मुताबिक गोलीबारी श्रवण सहनी के पक्ष से की गई, जिसमें जमीन कब्जाने पहुंचे तीन लोगों को गोली लगी।
घटना के बाद गांव में तनाव काफी बढ़ गया है, जिसे देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि किसी भी प्रकार की नई हिंसक घटना को रोका जा सके। पुलिस ने आरोपियों की पहचान कर ली है और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी चल रही है। प्रशासन का दावा है कि जिले में कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा और जमीन विवाद को लेकर बढ़ती आपराधिक प्रवृत्तियों पर सख्त कदम उठाए जाएंगे।






















