पटना: बिहार की राजधानी पटना इन दिनों आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर है। गांधी मैदान में चल रहे सनातन महाकुंभ को लेकर देशभर से धर्मगुरुओं का आगमन शुरू हो गया है। आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती पटना पहुंचे हैं। उन्होंने सनातन महाकुंभ में भाग लेने की पुष्टि की है। उनके शिष्यों ने बताया कि यह आयोजन केवल एक धार्मिक महोत्सव नहीं, बल्कि सनातन धर्म के संरक्षण, जागरूकता और दिशा तय करने का एक राष्ट्रीय मंच है। स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य ने बताया कि आज का यह महाकुंभ सनातन धर्म के भविष्य को लेकर बहुत महत्वपूर्ण है। हम सब यहां एकजुट होकर यह चर्चा करेंगे कि समाज और युवा पीढ़ी को सनातन मूल्यों से कैसे जोड़ा जाए।
परशुराम महोत्सव और बाबा बागेश्वर की उपस्थिति
कार्यक्रम के केंद्र में परशुराम बाबा महोत्सव भी शामिल है, जिसे लेकर विशाल आयोजन किया गया है। मंच पर बाबा बागेश्वर (पंडित धीरेंद्र शास्त्री) समेत कई प्रख्यात धर्माचार्य और संत मौजूद हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ धार्मिक प्रवचन, यज्ञ, और वैदिक मंत्रोच्चार से गांधी मैदान भक्तिमय वातावरण में बदल गया है। बाबा बागेश्वर ने कहा कि कुछ लोग देश में गजवा ए हिंद चाहते हैं, हम भगवा ए हिंद चाहते हैं। हम राष्ट्रवाद के लिए काम करेंगे, जातिवाद के लिए नहीं। मैं बिहार पहले भी आया हूं। आगे भी आता रहूंगा।

बिहार में चुनाव के बाद पदयात्रा करूंगा ताकि सनातन को जोड़ पाऊं। मैं किसी एक पार्टी का नहीं हूं, जिस पार्टी में हिंदू हैं उसी पार्टी का हूं। मैं किसी धर्म का विरोधी नहीं हूं। उन हिंदुओं का विरोधी हूं, जो सनातन में रहकर हमें जातियों में बताते हैं। एक पिता के चार बेटे हो सकते हैं, लेकिन सभी उसके लिए बराबर हैं। हम झुकेंगे नहीं, हम हार नहीं मानेंगे। कहीं भाषा की लड़ाई चल रही है। कहीं क्षेत्र की लड़ाई चल रही। हिंदुओं बंटना मत। हिंदुओं कटना मत। हमें मुसलमानों से दिक्कत नहीं। ईसाइयों से दिक्कत नहीं। हमें तो जाति में बांटने वाले हिंदुओं से दिक्कत है। हम राजनीति नहीं, रामनीति के चक्कर में पटना आए हैं।
राजनीतिक और प्रशासनिक तैयारियां भी सक्रिय
इस भव्य आयोजन के प्रमुख आयोजक के रूप में भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने इस महाकुंभ को “सनातन धर्म की चेतना का नवसंस्करण” बताया है। सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने गांधी मैदान और आसपास के इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है और ट्रैफिक प्लान को भी विशेष रूप से तैयार किया गया है।