बिहार विधानसभा चुनाव 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहे हैं, सियासी बयानबाज़ी तेज़ होती जा रही है। इसी कड़ी में जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा (Sanjay Jha JDU Attack:) ने महागठबंधन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता के सामने इस बार दो विकल्प हैं—एक तरफ विकास और सुशासन का रास्ता, दूसरी ओर खोखले वादों और भ्रष्टाचार का रास्ता।
संजय झा ने कहा कि महागठबंधन ने इस चुनाव में भ्रष्टाचार के आरोपित चेहरे को ही मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बना दिया है। कांग्रेस और आरजेडी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि “कांग्रेस, जो देश में भ्रष्टाचार की पहचान बन चुकी है, अब बिहार में भी भ्रष्टाचार के पर्याय परिवार के आगे झुक गई है। जब उसका कोई नैरेटिव नहीं चला तो उसने घोटालों में घिरे नेता को ‘जननायक’ बताने की कोशिश शुरू कर दी।”
उन्होंने लालू परिवार पर निशाना साधते हुए कहा कि “जो नेता खुद को पिछड़े समाज का रहनुमा बताते हैं, उन्हें जनता को यह बताना चाहिए कि क्या उनके परिवार के अलावा कोई और पिछड़ा समाज से इतना योग्य व्यक्ति नहीं मिला जिसे मुख्यमंत्री बनाया जा सके? क्या यह सिर्फ परिवार की राजनीति नहीं है?”
संजय झा ने आगे कहा कि वे जहां भी चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं, वहां लोगों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति उत्साह साफ दिख रहा है। “माताएं, बहनें, युवा और वरिष्ठजन—सभी का कहना है कि नीतीश कुमार ने विकास के साथ सुरक्षा और सम्मान भी दिया है। इसलिए वे फिर से उन्हें मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं,” झा ने कहा।
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उन्होंने विपक्षी नेताओं को घेरते हुए कहा कि “जब नीतीश कुमार ने उन्हें काम करने का मौका दिया था, तब उन्होंने जिम्मेदारी के बजाय भ्रष्टाचार को चुना। पांच विभागों के मंत्री बनने के बावजूद वे कोई ठोस काम नहीं कर पाए। इसी वजह से मुख्यमंत्री को उनसे अलग होना पड़ा था।”
संजय झा ने विपक्ष की ‘सरकारी नौकरी’ की घोषणाओं पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि “जो नेता खुद भ्रष्टाचार के मामलों में ट्रायल फेस कर रहे हैं, वे अब हर परिवार को सरकारी नौकरी देने का वादा कर रहे हैं। न उनके पास योजना है, न कोई वित्तीय खाका। ढाई करोड़ नौकरियों का वादा करने वाले यह तक नहीं बता सकते कि हर साल उनके वेतन पर कितना खर्च आएगा और पैसा कहां से आएगा।”
उन्होंने कहा कि “ऐसे नेता या तो जनता को मूर्ख समझते हैं या खुद को। बिहार की जागरूक जनता, खासकर युवा वर्ग, इस बार इनके झांसे में नहीं आएंगे।” संजय झा ने कहा कि एनडीए सरकार के पास विकास का ठोस रिकॉर्ड है। “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने पिछले 20 वर्षों में समावेशी विकास किया है। आने वाले पांच वर्षों के लिए हमारे पास विजन और ब्लूप्रिंट दोनों हैं। हर जिले में उद्योग लगाने और एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने का लक्ष्य तय किया गया है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उल्लेख करते हुए कहा कि “केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार ने बिहार को विशेष सहायता के रूप में हजारों करोड़ रुपये दिए हैं। अब लक्ष्य है बिहार को आईटी और स्टार्टअप हब बनाना।”
संजय झा ने कहा कि 2025 के चुनाव में बिहार की जनता यह तय करेगी कि वह विकास और स्थिरता के साथ खड़ी होगी या भ्रष्टाचार और परिवारवाद के साथ। “नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार ने जो भरोसा पैदा किया है, उसे बिहार की जनता दोबारा मजबूत करेगी। आने वाले वर्षों में बिहार ऐसा बनेगा कि किसी को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा,” उन्होंने कहा।






















