बिहार में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। राज्य में दलित जातियों का बड़ा वोट बैंक है। डॉ भीमराव आंबेडकर को दलित समाज अपना मसीहा मानते हैं। इस नजरिए से बाबा साहेब की 134वीं जयंती पर सभी दलों का फोकस बढ़ गया है। आम्बेडकर जयंती के बहाने राजनीतिक दल दलित वोट को साधने में जुट गये हैं। पटना में बीजेपी, जदयू, राजद और अन्य दलों की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। बीजेपी की ओर से सभी राज्यों की राजधानी में जय भीम पदयात्रा का आयोजन किया गया है तो जदयू की ओर पटना के बापू सभागार में भीम संवाद चल रहा है।

जदयू की ओर से आयोजित भीम संवाद में जदयू नेता संजय झा ने बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार ने बिहार के विकास क लिए इमानदारी से काम किया है। उनके नेतृत्व में बिहार के विकास की गाड़ी चौथे-पांचवें गियर में चल रही है। अब इसे बैक गियर में नहीं ले जाना है। संजय झा ने कहा है कि बिहार को अगर बैक गियर में नहीं ले जाना है तो 2025 में फिर से नीतीश की रणनीति पर काम करें।

उन्होंने कहा कि बाबा साहेब के सिद्धांतों और आदर्शों पर चलते हुए मुख्यमंत्री ने दलित, पीड़ित, शोषित समाज की भलाई और उत्थान के लिए बहुत काम किया। इसमें नरेंद्र मोदी जी की केंद्र सरकार का भी बहुत सहयोग मिला। बिहार में विकास की गाड़ी ऐसे ही चलती रहे इसके लिए नीतीश कुमार के हाथों में फिर से बिहार की बागडोर दे देना है। नीतीश कुमार ने पंचायत चुनावों में आरक्षण देकर महिलाओं और दलित समाज के लोगों को जन प्रतिनिधि बनने का मौका दिया।
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संजय झा ने कहा कि सब काम हो गया है। अब रोजगार के लिए काम करना है। अब जरूरत है कि बिहार में पूंजी और उद्योग लगे। अगले पांच सालों में बिहार में इतना रोजगार और नौकरी होगी कि बाहर जाना नहीं पड़ेगा। बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा का चुनाव होना है। आग्रह कर रहा हूं कि विकसित बिहार के सपने को पूरा करने के लिए 2025 में फिर से नीतीश के नारे पर मोहर लगा दीजिए। असली समय आने वाला है। उस समय अपनी ताकत दिखा दीजिए।