[Team Insider] नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बच्चे बंदूक ना उठाएं और गलत राह पर ना चले। इसको लेकर सामाजिक संस्थान आदिवासी युवा कल्याण समिति की पहल पर सबर जाति के बच्चों के लिए निशुल्क स्कूल खोला गया है। जहां बच्चे अपनी छोटी सी उम्र में कोई गलत काम ना करे बल्कि शिक्षा ग्रहण करें।
शिक्षा से वंचित सबर जाती के बच्चे
स्कूल का संचालन केएम आदिवासी युवा कल्याण समिति द्वारा किया जाएगा। स्कूल का विधिवत उद्घाटन गांव के मुखिया द्वारा किया गया। समिति की ओर से जानकारी दी गई कि सबर जाति झारखंड की आदिम जनजाति है । जो अशिक्षा और अज्ञानता के कारण विलुप्त होने के कगार पर है। पूरे देश में बमुश्किल मात्र 10 प्रतिशत मैट्रिक पास होंगे। इसी कारण संस्थान की ओर से पिछले ही बोर्ड बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि सबर जाति के बच्चों के लिए स्कूल खोला जाएगा। जिसकी स्वीकृति मिलते ही स्कूल खोला गया।
मुक्त शिक्षा प्रदान की जाएगी
जहां पांचवी तक शिक्षा मुक्त प्रदान दी जाएगी । उन्होंने बताया कि यहां सुबह और शाम दो-दो घंटों की पढ़ाई कराई जाएगी । और शिक्षक खुद बच्चों को घर जाकर लाएंगे और उन्हें शिक्षित करेंगे। इसके लिए स्थानीय शिक्षकों को प्रतिनियुक्त किया गया है ।