बिहार में इस साल 5 प्रमुख IAS अधिकारियों की सेवा समाप्त हो जाएगी, जिनमें से कई वर्तमान में सक्रिय और प्रभावशाली पदों पर कार्यरत हैं। इनमें बिहार के मुख्य सचिव, डॉ. एस सिद्धार्थ, और अन्य तेज-तर्रार अफसर शामिल हैं। ये सभी अधिकारी 2025 में रिटायर हो जाएंगे, जिनमें प्रमुख रूप से एक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव, एक मुख्य सचिव, और एक मुख्य जांच आयुक्त शामिल हैं।
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डॉ. एस सिद्धार्थ होंगे रिटायर
बिहार कैडर के 1991 बैच के IAS अधिकारी, डॉ. एस सिद्धार्थ, जो वर्तमान में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत हैं, 30 नवंबर 2025 को रिटायर होंगे। डॉ. सिद्धार्थ अपनी सादगी और तेज निर्णय क्षमता के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्हें हाल ही में शिक्षा विभाग में महत्वपूर्ण सुधारों की जिम्मेदारी दी गई थी, और उनकी कार्यशैली ने उन्हें सार्वजनिक जीवन में सुर्खियों में रखा है। इस पद पर उनके कार्यकाल में बिहार के स्कूलों और शिक्षा व्यवस्था में कई सकारात्मक बदलाव देखे गए।
अमृत लाल मीणा होंगे रिटायर
बिहार के मुख्य सचिव, अमृत लाल मीणा, जो 1989 बैच के IAS अधिकारी हैं, 31 अगस्त 2025 को रिटायर हो जाएंगे। उन्हें एक तेज-तर्रार और प्रभावशाली अधिकारी के रूप में जाना जाता है। इन दिनों अमृत लाल मीणा राज्य के विभिन्न जिलों में विकास कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं और अधिकारीयों के साथ प्रोजेक्ट की समीक्षा बैठकें भी आयोजित कर रहे हैं। उनका योगदान बिहार के प्रशासनिक ढांचे में बेहद महत्वपूर्ण रहा है।
चैतन्य प्रसाद भी होंगे रिटायर
चैतन्य प्रसाद, जो 1990 बैच के IAS अधिकारी हैं और वर्तमान में मुख्य जांच आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं, 31 जुलाई 2025 को रिटायर हो जाएंगे। चैतन्य प्रसाद ने नगर विकास विभाग, गृह विभाग, जल संसाधन विभाग में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं और वे विकास आयुक्त के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। उनका नाम कभी बिहार के मुख्य सचिव पद की दौड़ में भी था, और उनके योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।