आतंकवाद के खिलाफ भारत के कड़े और स्पष्ट रुख को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष प्रस्तुत करने के उद्देश्य से रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में एक नौ सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल फ्रांस पहुंच गया है। भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर इसकी जानकारी दी। दूतावास की पोस्ट के अनुसार, “आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत और स्पष्ट रुख से अवगत कराने के लिए रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में प्रतिष्ठित सांसदों और एक पूर्व राजनयिक का प्रतिनिधिमंडल आज पेरिस पहुंचा।”
छह देशों का करेंगे दौरा
यह प्रतिनिधिमंडल फ्रांस के साथ-साथ ब्रिटेन, जर्मनी, यूरोपीय संघ, इटली और डेनमार्क का भी दौरा करेगा। यह यात्रा केंद्र सरकार की उस कूटनीतिक पहल का हिस्सा है, जिसमें ऑपरेशन सिंदूर के बाद सात बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडल गठित किए गए हैं। इनका उद्देश्य आतंकवाद, विशेष रूप से पाकिस्तान की भूमिका को लेकर वैश्विक समुदाय को जागरूक करना है।
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन?
रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद दग्गुबाती पुरंदेश्वरी, एम जे अकबर, गुलाम अली खटाना और समिक भट्टाचार्य शामिल हैं। इसके अलावा कांग्रेस सांसद अमर सिंह, शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी और पूर्व राजनयिक पंकज सरन भी इस मिशन का हिस्सा हैं।
पहलगाम आतंकी हमले का भी उठेगा मुद्दा
प्रतिनिधिमंडल का मुख्य उद्देश्य 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया साझा करना और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ देश की लड़ाई को वैश्विक मंचों पर मजबूती से रखना है। फ्रांस रवाना होने से पहले भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा, “भारत शांति और सद्भाव में विश्वास करता है, लेकिन जब बात आतंकवाद की आती है तो हम कोई समझौता नहीं करते। प्रत्येक भारतीय नागरिक की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। पाकिस्तान लगातार आतंकवादी गतिविधियों का गढ़ बना हुआ है और इसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर उजागर करना आवश्यक है।”