दुबई : दुबई में आयोजित एक कार्यक्रम में भारतीय केरल समुदाय द्वारा पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद अफरीदी के गर्मजोशी से स्वागत किए जाने की घटना ने सोशल मीडिया पर तीखी बहस छेड़ दी है। यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब अफरीदी हाल ही में कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भारत और भारतीय सेना के खिलाफ विवादास्पद बयान दे चुके हैं। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसमें ज्यादातर भारतीय नागरिक थे।
पाकिस्तान एसोसिएशन दुबई (पीएडी) में कोचीन यूनिवर्सिटी बी.टेक. अल्यूमिनी एसोसिएशन (सीयूबीएए) द्वारा 25 मई को आयोजित इस कार्यक्रम में शाहिद अफरीदी और उनके साथी पूर्व क्रिकेटर उमर गुल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि भारतीय समुदाय के लोग अफरीदी का स्वागत करते हुए “बूम बूम” के नारे लगा रहे हैं, जिसका जवाब अफरीदी ने भी हंसते हुए “होगया बूम बूम” कहकर दिया। अफरीदी ने मंच से यह भी कहा कि उन्हें भारत में केरल का खाना बहुत पसंद है।
हालांकि, इस स्वागत से पहले ही अफरीदी अपने बयानों को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं। अप्रैल 2025 में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी, अफरीदी ने पाकिस्तानी न्यूज चैनल समा टीवी पर भारतीय सेना पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि भारत में “अगर एक पटाखा भी फटता है, तो उसका दोष पाकिस्तान पर मढ़ दिया जाता है।” इसके अलावा, उन्होंने भारतीय सेना की कश्मीर में तैनाती को सुरक्षा चूक का जिम्मेदार ठहराया था। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी।
इस घटना का समय भी बेहद संवेदनशील माना जा रहा है। भारत ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तानी सैन्य चौकियों पर लक्षित हमले किए थे, जिसके जवाब में अफरीदी ने पाकिस्तान में एक कार रैली का नेतृत्व किया था और इसे “विजय” करार दिया था। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, जिसमें भारत ने इंडस वाटर ट्रीटी को निलंबित कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए 14 श्रेणियों के वीजा रद्द कर दिए, इस स्वागत को कई लोगों ने गलत संदेश देने वाला कदम बताया।
सोशल मीडिया पर इस घटना की कड़ी आलोचना हो रही है। एक यूजर ने लिखा, “जब भारत ऑपरेशन सिंदूर में व्यस्त है, तब यूएई में भारतीय केरल समुदाय शाहिद अफरीदी और उमर गुल का स्वागत कर रहा है। यह शर्मनाक है।” एक अन्य यूजर ने कहा, “देशभक्ति को छक्का मार दिया गया। केरल समुदाय से ऐसी उम्मीद नहीं थी।”
विवाद बढ़ने के बाद सीयूबीएए ने एक बयान जारी कर सफाई दी कि अफरीदी और गुल को आमंत्रित नहीं किया गया था और उनकी उपस्थिति संयोगवश थी। हालांकि, इस सफाई से भी लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ।
इससे पहले, अफरीदी के बयानों पर भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन ने भी कड़ा जवाब दिया था। धवन ने अफरीदी को 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान की हार की याद दिलाते हुए कहा था, “और कितना गिरोगे? अपने देश की प्रगति पर ध्यान दो।” जवाब में अफरीदी ने एक तस्वीर शेयर की, जिसमें वे चाय का कप लिए नजर आए और लिखा, “जीत-हार को छोड़ो, आओ शिखर, तुम्हें चाय पिलाता हूं।”
दुबई में रहने वाले एक भारतीय पेशेवर ने सोशल मीडिया पर लिखा, “यह सिर्फ क्रिकेट या समुदाय की बात नहीं है, यह समय, संवेदनशीलता और मूल्यों की बात है।” इस घटना ने भारतीय डायस्पोरा की जिम्मेदारियों और राजनीतिक रूप से तनावपूर्ण माहौल में सांस्कृतिक आदान-प्रदान के मुद्दे पर व्यापक चर्चा छेड़ दी है।