भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज़ हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने रविवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि तेजस्वी न तो सत्ता संभालने लायक हैं और न ही विपक्ष का दायित्व निभाने योग्य। शाहनवाज़ के इस बयान ने राज्य की राजनीतिक बहस को नई दिशा दे दी है और आगामी विधानसत्र से पहले सियासी तापमान और बढ़ गया है।
शाहनवाज़ हुसैन ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि जनता जिस नेता को चुनकर लाई है, उसे स्वीकार करना लोकतांत्रिक परंपरा का मूल आधार है। लेकिन तेजस्वी यादव हार के बाद जनादेश को सम्मान देने के बजाय बहानेबाजी कर रहे हैं और ईवीएम को दोष दे रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि सिर्फ जनता ही नहीं, बल्कि तेजस्वी का अपना राजनीतिक घर-परिवार भी उनकी शैली से नाराज़ है। यही नाराज़गी उनके राजनीतिक भविष्य को लगातार चुनौती दे रही है।
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बीजेपी नेता ने तेजस्वी की तुलना राहुल गांधी से करते हुए कहा कि तेजस्वी सिर्फ ‘कॉपी-पॉलिटिक्स’ कर रहे हैं। जैसे राहुल गांधी ने टी-शर्ट पहनकर राजनीतिक पर्सनैलिटी बनाने की कोशिश की, उसी तरह तेजस्वी भी दिखावे पर ज़ोर दे रहे हैं। हुसैन ने तंज किया कि राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान तेजस्वी की गैर-हाज़िरी यह दर्शाती है कि विपक्ष के नेता की जिम्मेदारियों और मर्यादाओं को वे गंभीरता से नहीं ले रहे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चुनाव हारने के बाद समीक्षा के लिए जिलों में घूमने के बजाय वे राहुल गांधी की राह पर चलते हुए विदेश रवाना हो गए।
शाहनवाज़ हुसैन ने दावा किया कि चुनाव के दौरान जैसे ही आरजेडी ने तेजस्वी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया, बिहार के मतदाताओं में ‘जंगलराज पार्ट-2’ की आशंका बढ़ गई। इस डर को बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत बताते हुए उन्होंने कहा कि जनता ने स्वयं आगे बढ़कर NDA को समर्थन दिया, क्योंकि वे राज्य में पुनः अस्थिरता और अपराधराज की वापसी नहीं चाहती थी।






















