सारण में इसुआपुर प्रखंड के रामपुर अटौली स्थित एसएनजी हाई स्कूल के पूर्व प्राचार्य स्वर्गीय सकल सिन्हा की जयंती पर सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि स्वर्गीय सकल सिन्हा जी ऐसे शिक्षक थे, जो अपने छात्रों को पुत्रवत मानते थे। उनकी विद्वता और पढ़ाने का तरीका दोनों ही सर्वोत्तम था। अंग्रेजी की कई किताबें ऐसी सरल भाषा में उन्होंने लिखीं, जिन्हें ग्रामीण परिवेश के बच्चे भी आसानी से अंग्रेजी भाषा का ज्ञान अर्जित कर सकते हैं।
श्री सिंह ने कहा कि स्वर्गीय सकल सिन्हा जी से मेरा निजी जुड़ाव भी रहा है क्योंकि मेरे पिताजी भी उनके छात्र रहे हैं। स्वर्गीय सकल सिन्हा जी के छात्रों में कई ऐसे नाम हैं, जिन्होंने राज्य और देश की सेवा वरिष्ठ पदों पर रहते हुए की है। बिहार के पूर्व डीजीपी डीपी ओझा भी उनके शिक्षक रहे हैं। स्वर्गीय सकल सिन्हा जी का और डीपी ओझा जी का जुड़ाव भी गहरा रहा है। यही कारण है कि आज डीपी ओझा जी के नहीं रहने के बाद उनकी पत्नी स्वर्णमाला ओझा और पुत्र निखिल ओझा ने स्कूल के मेधावी छात्रों के लिए सम्मान योजना का निर्वहन कर रहे हैं।
श्री सिंह ने बताया कि स्वर्गीय सकल सिन्हा जी उन शिक्षकों में से थे, जिनके लिए छात्रों को पढ़ाना ड्यूटी नहीं धर्म थी। वे छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ सांसारिक और व्यवहारिक ज्ञान भी देते थे। आज के शिक्षकों को भी स्वर्गीय सकल सिन्हा जी के जीवनकाल से शिक्षा लेना चाहिए, सीखना चाहिए।