छपरा. सारण विकास मंच ने पीएम नरेंद्र मोदी के हालिया दौरे को लेकर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि हर दौरा सिर्फ भाषण और वादों तक सीमित रह गया, लेकिन जमीनी हकीकत में कोई बदलाव नहीं दिखता। मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप ने सवाल उठाया कि क्या प्रधानमंत्री सिर्फ चुनावी फायदे के लिए बिहार आते हैं? क्या कभी उन्होंने बेरोजगार युवाओं, पलायन कर रहे मज़दूरों, बदहाल शिक्षा और चरमराते स्वास्थ्य तंत्र पर खुलकर बात की?
शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि पीएम मोदी की हालिया रैलियों में उम्मीद के मुताबिक़ भीड़ नहीं उमड़ी। बिक्रमगंज से पटना तक की रैलियों में कुर्सियां खाली रहीं। जनता अब भाषणों से थक चुकी है। असली सवाल यह है कि 11 साल की केंद्र सरकार में बिहार को क्या मिला? भाजपा के नेताओं में घबराहट है क्योंकि जनता अब ‘जुमलों’ नहीं, जवाबों की मांग कर रही है।
शैलेंद्र प्रताप ने कहा कि इस बार पीएम मोदी की रैली को सफल दिखाने के लिए प्रशासन पर दबाव डाला गया है। पुख्ता जानकारी है कि प्रशासन को भीड़ जुटाने के निर्देश दिए गए हैं, गाड़ियां लगाई जा रही हैं, लोगों को जबरन लाया जा रहा है। ये लोकतंत्र की भावना के साथ धोखा है।
सारण विकास मंच ने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री से जवाब मांगते हुए कहा कि अब सिर्फ वोट नहीं, हक़ और इज़्ज़त चाहिए। बिहार अब बहकावे में नहीं आएगा। शैलेंद्र प्रताप ने कहा कि देश को चलाने वाले अगर बिहार को बार-बार नजरअंदाज़ करेंगे, तो जनता खामोश नहीं रहेगी।