Share Market Today : सप्ताह के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार ने निवेशकों को “एक हाथ से थप्पड़, दूसरे से गुलाब” देने वाला नज़ारा पेश किया। सुबह गहरी लाली में डूबे सेंसेक्स और निफ्टी ने दिन भर चली “बुल्स-बेयर्स की जंग” के बीच शानदार रिकवरी दर्ज की, लेकिन स्मॉलकैप और मिडकैप का संकट बरकरार रहा। विशेषज्ञों के लिए यह सवाल बना हुआ है: “क्या ये तेजी असली है या सिर्फ एक रिलीफ रैली?”
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घंटों में 700 अंक का सफर: कैसे संभला Sensex?
- सेंसेक्स ने दिन की शुरुआत 75,294 के निचले स्तर से की, लेकिन 702 अंक की उछाल के साथ 75,996 पर बंद हुआ।
- निफ्टी ने भी 22,725 के निचले स्तर से 234 अंक की छलांग लगाकर 22,959 तक पहुंचने में कामयाबी पाई।
- पर पीछे छूट गए छोटे निवेशक: जहां BSE मिडकैप में 0.51% की मामूली तेजी दर्ज हुई, वहीं BSE स्मॉलकैप 254 अंक (0.56%) लुढ़ककर 45,156 पर आ गया।
सेक्टरल टकराव: हेल्थकेयर चमका, ऑटो बेनकाब!
- हेल्थकेयर सेक्टर ने 1.31% की जबरदस्त बढ़त के साथ बाजार को हैरान किया।
- अडाणी एंटरप्राइजेज स्टॉक 3.93% चढ़कर ₹2,237.30 पर पहुंचा, जबकि बजाज फिनसर्व (2.65%) और इंडसइंड बैंक (2.53%) ने भी बुल्स का साथ दिया।
- दूसरी तरफ, महिंद्रा एंड महिंद्रा 3.45% गिरकर ₹2,841 पर आया, और भारती एयरटेल ने 2.36% की गिरावट दर्ज की।
FIIs vs DIIs: ‘विदेशी भागे, देशी ने संभाला’
- 14 फरवरी को FIIs ने ₹4,294.69 करोड़ के शेयर बेचे, जबकि DIIs ने ₹4,363.87 करोड़ की खरीदारी कर बाजार को गिरने से बचाया।
- एक्सपर्ट व्यू: “FIIs का एक्सिट ग्लोबल मार्केट के प्रेशर और भारतीय वैल्यूएशन को लेकर चिंता का संकेत है। DIIs का सपोर्ट बाजार को थामे हुए है, लेकिन ये टेंशन लंबे समय तक नहीं चल सकती,” – मनीष शर्मा, चीफ स्ट्रैटेजिस्ट, एडलवाइज फाइनेंस।
एशियाई बाजारों का मिलाजुला रुख:
- कोरिया का कोस्पी 0.75% चढ़ा, लेकिन हैंगसेंग मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ।
- अमेरिकी संकेत मिश्रित: डाउ जोंस 0.37% लुढ़का, जबकि नैस्डैक 0.41% चढ़ा।
शुक्रवार की गिरावट का साया:
- इससे पहले 14 फरवरी को सेंसेक्स 199 अंक और निफ्टी 102 अंक गिरा था। स्मॉलकैप तो 1,522 अंक की भीषण गिरावट के साथ लुढ़का था।