दिल्ली: दिल्ली में शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने हाल ही में पारित वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक संसद में सत्ताधारी पार्टी की संख्यात्मक बहुमत के कारण पारित हो सका। हालांकि, इस विधेयक को अब सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई है, जहां इसकी वैधानिकता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने एक साक्षात्कार में कहा, “संसद में उनके पास आंकड़े ज्यादा थे, इसलिए वक्फ बिल पास हो गया।
लेकिन अब इस मामले को सुप्रीम कोर्ट में ले जाया गया है, जहां इसकी सुनवाई होनी है।” यह विधेयक 2 अप्रैल, 2025 को लोकसभा में 12 घंटे की लंबी बहस के बाद पारित हुआ था और 8 अप्रैल, 2025 से यह लागू हो चुका है। वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 का उद्देश्य वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाना और केंद्रीय वक्फ परिषद में गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करना है। हालांकि, इस विधेयक की कुछ धाराओं, खासकर गैर-मुस्लिम प्रतिनिधित्व को अनिवार्य करने वाले प्रावधानों, को लेकर विवाद छिड़ गया है।
आलोचकों का कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय की स्वायत्तता को कमजोर करता है, जबकि समर्थकों का तर्क है कि यह वक्फ संपत्तियों में अनियमितताओं को दूर करने में मदद करेगा। सुप्रीम कोर्ट में इस विधेयक के खिलाफ 15 याचिकाएं दायर की गई हैं, और इस मामले की सुनवाई 16 अप्रैल, 2025 को निर्धारित की गई है। इस विधेयक के भविष्य पर कोर्ट का फैसला अहम माना जा रहा है।