बिहार के मधेपुरा जिले की सिंहेश्वर विधानसभा सीट Singheshwar Vidhansabha (निर्वाचन क्षेत्र संख्या-72) हमेशा से राजनीतिक और धार्मिक दोनों दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण रही है। सिंहेश्वर धाम जहाँ आस्था का केंद्र है, वहीं इस सीट का राजनीतिक इतिहास कई उतार-चढ़ाव का गवाह रहा है। लंबे समय तक जेडीयू का दबदबा इस सीट पर कायम रहा, लेकिन 2020 के चुनाव ने इस समीकरण को पूरी तरह बदलकर रख दिया।
राजनीतिक इतिहास और बदलाव
साल 1995 में जेडीयू के बम भोला यादव ने सिंहेश्वर से जीत दर्ज कर पार्टी की मजबूत पकड़ बनाई थी। लेकिन 2000 में आरजेडी के विजय कुमार सिंह ने यह सीट छीन ली। इसके बाद 2005 में जेडीयू ने वापसी करते हुए रामेश्वर प्रसाद यादव को विजयी बनाया। इसी दौर से जेडीयू का लगातार दबदबा बना रहा। 2010 और 2015 में रमेश ऋषिदेव ने जीत हासिल कर जेडीयू की पकड़ मजबूत की, लेकिन 2020 का चुनाव निर्णायक साबित हुआ।
इस चुनाव में आरजेडी के चंद्रहास चौपाल ने जेडीयू के दिग्गज रमेश ऋषिदेव को 5,573 वोटों से हराकर राजनीतिक समीकरण को बदल दिया। चंद्रहास चौपाल को 86,181 वोट मिले जबकि रमेश ऋषिदेव को 80,608 वोट हासिल हुए। आरजेडी को जहाँ 45.13 फीसदी मत मिले, वहीं जेडीयू 42.21 फीसदी पर सिमट गई। एलजेपी तीसरे स्थान पर रही और 2.94 फीसदी वोट हासिल कर पाई। खास बात यह रही कि 3,998 वोटरों ने NOTA का बटन दबाकर अपने गुस्से का इज़हार किया।
जातीय और सामाजिक समीकरण
सिंहेश्वर विधानसभा का चुनाव पूरी तरह जातीय समीकरणों पर टिका माना जाता है। मुस्लिम और यादव मतदाता यहाँ निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इसके साथ ही राजपूत, ब्राह्मण, कोइरी और पासवान समाज का भी प्रभावी दखल है। यही वजह है कि पार्टियाँ टिकट चयन से लेकर प्रचार रणनीति तक जातिगत संतुलन साधने में जुटी रहती हैं।
वोटर प्रोफाइल की बात करें तो इस क्षेत्र में पुरुष मतदाता 52.16 फीसदी हैं जबकि महिला मतदाताओं की हिस्सेदारी 47.84 फीसदी है। कुल मिलाकर सिंहेश्वर विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख 85 हजार 954 मतदाता हैं, जिनके फैसले से सत्ता की दिशा तय होती है।
2025 की चुनौती
2020 में मिली हार ने जेडीयू को झटका दिया और आरजेडी को उत्साह। आने वाले चुनाव में जेडीयू अपनी खोई जमीन वापस पाने के लिए हर संभव कोशिश करेगी, जबकि आरजेडी इस जीत को बरकरार रखने की चुनौती के साथ मैदान में उतरेगी। जातीय समीकरण, स्थानीय मुद्दे और उम्मीदवारों की छवि इस बार भी निर्णायक साबित होंगे।






















