SIR Row: विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर देशभर में जारी राजनीतिक टकराव के बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। नित्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव को शायद यह जानकारी नहीं है कि सुप्रीम कोर्ट ने SIR पर चुनाव आयोग के रुख को पूरी तरह सही ठहराया है। उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर तेजस्वी और महागठबंधन के नेताओं को SIR से इतनी परेशानी क्यों है।
नित्यानंद राय ने कहा कि SIR का मकसद मतदाता सूची को साफ और पारदर्शी बनाना है, ताकि फर्जी और अमान्य वोटरों को हटाया जा सके। उनका आरोप था कि महागठबंधन इस प्रक्रिया का विरोध करके यह संकेत दे रहा है कि वे फर्जी वोटरों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जब सुप्रीम कोर्ट ने भी चुनाव आयोग की प्रक्रिया को सही माना है, तो विपक्ष को इसका विरोध बंद करना चाहिए और लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने में सहयोग देना चाहिए।
SIR पर राजनीति तब गरमाई जब विपक्षी दलों ने इसे “वोट चोरी” की साजिश करार दिया। तेजस्वी यादव समेत कई नेताओं का कहना है कि यह प्रक्रिया खासकर अल्पसंख्यकों और गरीब तबकों को मताधिकार से वंचित करने की रणनीति है, क्योंकि इन वर्गों के पास जरूरी दस्तावेज जुटाने में दिक्कत होती है। वहीं, भाजपा का तर्क है कि मतदाता सूची में पारदर्शिता लोकतंत्र की बुनियाद है और इसे लागू करना चुनाव आयोग की संवैधानिक जिम्मेदारी है।






















