बिहार में शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब का धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसका ताजा उदाहरण तब देखने को मिला जब पटना जिले के रानीतलाब थाना क्षेत्र में अवैध शराब के खिलाफ छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में दो एएसआई और एक सिपाही घायल हो गए, जबकि दो पुलिस वाहन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिए गए।
सुबह करीब 7 बजे, जब ज्यादातर लोग अपने घरों में दिन की शुरुआत कर रहे थे, तभी रानीतलाब पुलिस को सूचना मिली कि राघोपुर मुसहरी गांव में अवैध शराब का बड़ा जखीरा छिपा हुआ है। सूचना पक्की लगते ही पुलिस टीम बिना देर किए मौके पर पहुंची। लेकिन उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि यह छापेमारी उनके लिए खतरनाक साबित हो सकती है।
जैसे ही पुलिस गांव में दाखिल हुई, अचानक चारों ओर से तस्करों और उनके समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी संभलते इससे पहले ही बड़े-बड़े पत्थर बरसने लगे। अफरातफरी मच गई, पुलिसकर्मियों को खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागना पड़ा। लेकिन इस हमले में दो एएसआई और एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की जानकारी मिलते ही बिक्रम और दुल्हिन बाजार थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी समेत तीन थानों की पुलिस को भी मौके पर बुलाया गया। पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और तस्करों की तलाश जारी है।
रानीतलाब थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार के अनुसार, “अवैध शराब के खिलाफ अभियान लगातार चल रहा है। तस्कर खुद को बचाने के लिए हिंसा का सहारा ले रहे हैं, लेकिन किसी भी सूरत में उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।” बिहार सरकार ने शराबबंदी लागू कर रखी है, लेकिन इसके बावजूद शराब माफिया बेखौफ होकर न सिर्फ अपना धंधा चला रहे हैं, बल्कि पुलिस पर हमले करने से भी पीछे नहीं हट रहे। पिछले कुछ महीनों में कई बार ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जहां पुलिस टीम को तस्करों के हमलों का शिकार होना पड़ा।