Sonpur Vidhansabha Election 2025: बिहार विधानसभा की राजनीति में सोनपुर (निर्वाचन क्षेत्र संख्या 122) हमेशा से एक अहम सीट रही है। सारण जिले की यह सीट सारण लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है और 1952 से अब तक यहां 16 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। कांग्रेस, राजद, भाजपा और अन्य दलों के बीच यह सीट बार-बार बदलती रही है, लेकिन 2015 और 2020 में लगातार राजद ने इस पर कब्जा जमाकर इसे अपनी मजबूत पकड़ वाला क्षेत्र साबित कर दिया है। वर्तमान में यहां के विधायक डॉ. रामानुज प्रसाद यादव (राजद) हैं, जिन्होंने भाजपा प्रत्याशी विनय कुमार सिंह को लगातार दो बार मात दी।
चुनावी इतिहास
इतिहास बताता है कि 1980 और 1985 में लालू प्रसाद यादव (तब लोकदल से) यहीं से विधायक बने थे, जिससे यह सीट राजद का गढ़ मानी जाने लगी। हालांकि, 2010 में भाजपा ने बड़ी जीत दर्ज कर राबड़ी देवी को हराकर राजनीतिक समीकरण बदल दिया था। लेकिन महागठबंधन की ताकत के साथ 2015 में और फिर 2020 में राजद ने वापसी की।
जातीय समीकरण
जातीय समीकरण इस सीट पर चुनावी परिणाम तय करने में सबसे बड़ा कारक है। यहां यादव, ब्राह्मण और राजपूत मतदाता सबसे अधिक संख्या में हैं, जबकि रविदास और पासवान समुदाय के वोटर भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं। ग्रामीण और शहरी वोटरों के बीच संतुलन भी उम्मीदवारों की रणनीति को प्रभावित करता है। यहां लगभग 82% आबादी ग्रामीण और 18% आबादी शहरी है। 2000 के चुनाव में यह सीट इसलिए चर्चा में आई थी, क्योंकि पुरुषों की वोटिंग 98% से अधिक दर्ज की गई थी, जो बिहार के चुनावी इतिहास में एक रिकॉर्ड है।
Amanour Vidhansabha 2025: जातीय समीकरण और सियासी जंग का बदलता चेहरा
2025 का विधानसभा चुनाव इस सीट पर बेहद रोचक होने वाला है, क्योंकि भाजपा, जदयू और एलजेपी जैसी पार्टियां इसे वापस जीतने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगी, जबकि राजद और कांग्रेस इसे अपनी पारंपरिक सीट बताकर मजबूत दावेदारी पेश करेंगी। सवाल यही है कि क्या सोनपुर में राजद का दबदबा कायम रहेगा या एनडीए कोई चौंकाने वाला परिणाम पेश करेगी।






















