नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज एक्सियम-4 मिशन को लेकर एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी। यह मिशन एक निजी अंतरिक्ष अभियान है, जो अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर भेजा जाना है। डॉ. सिंह ने बताया कि यह मिशन अब 22 जून 2025 से पहले लॉन्च नहीं किया जाएगा। लॉन्च में यह देरी आईएसएस के ज़ेवेदा सर्विस मॉड्यूल में हुए एक लीक और अन्य तकनीकी व सुरक्षा कारणों की वजह से हुई है।
डॉ. सिंह, जो एक प्रसिद्ध डायबिटीज विशेषज्ञ और एंडोक्रिनोलॉजी के प्रोफेसर भी हैं, ने कहा, “हमें बताया गया है कि यह 22 जून से पहले नहीं होगा। इसमें सुरक्षा का पहलू भी शामिल है।” उन्होंने इस मिशन की ऐतिहासिक महत्ता पर जोर देते हुए बताया कि इसमें भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला हिस्सा लेंगे। शुभांशु अंतरराष्ट्रीय चालक दल के अन्य सदस्यों के साथ इस महत्वपूर्ण अभियान पर जाएंगे।
एक्सियम-4 मिशन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है। यह मिशन एक्सियम स्पेस, स्पेसएक्स और नासा के संयुक्त सहयोग से संचालित हो रहा है, जो आधुनिक अंतरिक्ष अन्वेषण में निजी कंपनियों की बढ़ती भूमिका और वैश्विक साझेदारी के महत्व को रेखांकित करता है।
मिशन में आई देरी और उसमें शामिल कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों व निजी संस्थाओं की भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि आज का अंतरिक्ष अन्वेषण एक जटिल लेकिन सहयोगपूर्ण प्रयास बन चुका है।