यौन उत्पीड़न मामले में भारतीय पहलवानों का धरना दूसरे दिन भी जारी है। ये धरना भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और BJP सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ हैं जिनपर पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर FIR की मांग की है। इसके साथ ही विनेश फोगाट समेत 8 पहलवान बृजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज करने की अपील लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। इसके साथ ही पहलवानों ने हरियाणा की खाप पंचायतों से समर्थन मांगा है। उन्होंने खाप पंचायत से माफी मांगते हुए कहा, कि ‘पिछली बार हमसे भूल हो गई थी। आज हमें आप सभी की बहुत जरूरत है। हमारा साथ दीजिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस मंच पर सभी राजनीति दलों का स्वागत हैं, बता दें कि जनवरी में हुए प्रदर्शन में किसी भी राजनीतिक दल को मंच पर आने की इजाजत नहीं थी.
लिखित शिकायत देने के बाद भी नहीं हुई FIR
दरअसल, महिला पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के लिए डब्ल्यूएफआई प्रमुख और अन्य कोचों के खिलाफ पहलवानों ने रविवार से ही दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसी को लेकर विनेश फोगट और सात अन्य पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग करते हुए, सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।
पहलवानों में अपनी याचिका में कहा है कि ’21 अप्रैल को दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में लिखित में शिकायत देने के बावजूद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के सामने महिला पहलवानों के पक्ष की तरफ से वकील नरेंद्र हुडा कल जल्द सुनवाई की मांग करेंगे।
भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव पर रोक
जानकारी हो कि ,दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा गठित जांच समिति से रिपोर्ट मांगी है। अभी तक डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष के खिलाफ सात शिकायतें मिली हैं और उन सभी की जांच की जा रही है। अब इस मामले में पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही प्राथमिकी दर्ज की जायेगी।
वहीं, पहलवानों का विरोध देखर इंडियन रेसलिंग फेडरेशन का 7 मई से होने वाले चुनाव रोक दिया गया है। साथ ही ओलिंपिक्स एसोसिएशन चुनाव के लिए एक एग्जिक्यूटिव कमेटी बनाएगी। जो WFI का काम देखेगी।