इंडिया ने वर्ल्ड कप में अपनी सबसे बड़ी जीत दर्ज़ की
टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप में श्रीलंका को 302 रन से हरा दिया। यह वर्ल्ड कप इतिहास में भारत की अब तक की सबसे बड़ी जीत है। भारत ने 16 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा है। टीम ने 2007 में बरमूडा को 257 रन से हराया था। भारत ने इस वर्ल्ड कप में लगातार 7वां मैच जीता है और सेमीफाइनल में सबसे पहले जगह पक्की की है। भारत के 7 मैचों में 14 अंक हो गए और टीम टूर्नामेंट में अजेय है। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 8 विकेट पर 357 रन बनाए। दूसरी पारी में भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंका को 19.4 ओवर में 55 रन पर ऑलआउट कर दिया। टीम इंडिया से मोहम्मद शमी ने 5 मोहम्मद सिराज ने 3 और जसप्रीत बुमराह ने 1 विकेट लिए। एक विकेट स्पिनर रवींद्र जडेजा को मिला।
पहली बार भारत ने इस वर्ल्ड कप में 357 का स्कोर खड़ा किया
टॉस हार कर बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया ने इस वर्ल्ड कप में पहली बार 350+ का स्कोर खड़ा किया। भारत से शुभमन गिल ने 92 बॉल पर 92, विराट कोहली ने 94 बॉल पर 88 और श्रेयस अय्यर ने 56 बॉल पर 82 रनों की पारियां खेलीं। श्रीलंका से दिलशान मदुशंका ने 5 विकेट झटके। वहीं दुष्मंथा चमीरा को एक विकेट मिला।
कोहली और गिल की जोड़ी ने भारतीय पारी को आगे बढ़ाया
पावरप्ले में संभली शुरुआत के बाद कोहली और गिल की जोड़ी ने भारतीय पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने कुछ अच्छो शॉट जमाए। पहले कोहली फिर गिल ने फिफ्टी पूरी की। कोहली ने 70वीं और गिल ने वनडे करियर की 11वीं फिफ्टी पूरी की। इन दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 179 बॉल पर 189 रन की साझेदारी हुई। इस साझेदारी को दिलशान मदुशंका ने 30वें ओवर की आखिरी बॉल पर गिल को स्लोअर बाउंसर पर विकेटकीपर कुसल मेंडिस के हाथों कैच कराकर तोड़ा। 11वें से 30 ओवर के बीच के 20 ओवर में भारतीय टीम ने एक विकेट खोकर 133 रन बनाए। 30 ओवर के बाद टीम इंडिया का स्कोर 193/2 रहा। 4 रन पर कप्तान रोहित शर्मा का विकेट गंवाने के बाद ओपनर शुभमन गिल और विराट कोहली ने भारतीय टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों ने पावरप्ले में दूसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की। पहले 10 ओवर में भारतीय टीम ने एक विकेट पर 60 रन बना लिए।
श्रीलंका की रही खराब फील्डिंग
श्रीलंकाई खेमे ने खराब फील्डिंग की। 5वें ओवर में चरिथ असलंका ने गिल और छठे ओवर में दुष्मंथा चमीरा ने विराट कोहली का कैच छोटा। इस दौरान बाउंड्री रोकने में भी गलतियां हुईं।