8 बार की विश्व चैंपियन भारत की बॉक्सिंग लीजेंड मैरीकॉम 41 की उम्र में रिटायर हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि वो अभी और बॉक्सिंग करना चाहती हैं, लेकिन उम्र सीमा का हवाला देकर उन्हें रिटायर होने का उनपर दबाव बनाया जा रहा है। यही कारण है उन्होंने बॉक्सिंग से अब रिटायर होने का फैसला लिया है। मैरीकॉम ने कहा की उन्होंने अपने जीवन में सब कुछ पा लिया है जिसका उन्होंने एक वक्त सपना देखा था। आपको बता दें की भारतीय मुक्केबाजी संगठन (IBA) के प्रावधान के अनुसार कोई भी पुरुष या महिला बॉक्सिंग खिलाड़ी 40 वर्ष की उम्र तक ही किसी बड़े स्तर के कोई बॉक्सिंग मैच में भाग ले सकता है।
मैंगते चंग्नेइजैंग मैरी कॉम (एम सी मैरी कॉम) जिनका जन्म 1 मार्च 1983 को हुआ और जिन्हें मुख्य रूप से मैरी कॉम के नाम से जाना जाता है, भारत की शीर्ष दर्जे की महिला मुक्केबाज हैं। केवल भारत ही नहीं बल्कि वे विश्व स्तर की एक महान मुक्केबाज़ मानी जाती हैं। वे भारत के एक पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की मूल निवासी हैं। मैरी कॉम 8 बार विश्व मुक्केबाजी प्रतियोगिता की विजेता रह चुकी हैं। साल 2012 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में उन्होंने कांस्य पदक जीता। वहीँ 2010 के ऐशियाई खेलों में मैरीकॉम ने काँस्य पदक जीता और 2014 के एशियाई खेलों में उन्होंने स्वर्ण पदक हासिल किया।
विदित हो कि दो वर्ष के अवकाश के बाद वापसी करते हुए उन्होंने लगातार चौथी बार विश्व गैर-व्यावसायिक बॉक्सिंग में स्वर्ण जीता। मैरीकॉम की इस उपलब्धि से प्रभावित होकर एआइबीए ने उन्हें ‘मैग्नीफिसेंट मैरी’ की उपाधि से नवाज़ा।
बता दें कि साल 2014 में मैरीकॉम के जीवन पर एक फिल्म भी बनी जिसका टाइटल भी ‘मैरीकॉम’ ही है। इस फिल्म में मैरीकॉम की भूमिका प्रियंका चोपड़ा ने निभाई।