भारतीय क्रिकेट के लिए आज का दिन एक दुखद दिन साबित हुआ, सबसे उम्रदराज और पूर्व भारतीय टेस्ट क्रिकेटर और कप्तान, दत्ताजीराव कृष्णराव गायकवाड़ का 13 फरवरी ,मंगलवार को 95 साल की उम्र में निधन हो गया।
BCCI ने भारत के पूर्व कप्तान और भारत के सबसे उम्रदराज टेस्ट क्रिकेटर दत्ताजीराव गायकवाड़ के निधन पर संवेदना के साथ गहरा दुख व्यक्त किया है। BCCI ने लिखा है,’ उन्होंने 11 टेस्ट खेले और 1959 में भारत के इंग्लैंड दौरे के दौरान टीम का नेतृत्व किया। उनकी कप्तानी में 1957-58 में बडौदा ने फाइनल में सर्विसेज को हराकर अपना पहला रणजी ट्राफी जीता। बोर्ड गायकवाड के निधन पर उनके परिवार,मित्रों और प्रशंसकों के लिए गहरी संवेदना प्रकट करती है।’
पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान ने भी ट्विटर पर अपनी संवेदनाएं साझा करते हुए लिखा,“मोतीबाग क्रिकेट मैदान में बरगद के पेड़ की छाया के नीचे, अपनी नीली मारुति कार से, भारतीय कप्तान डी.के. गायकवाड़ सर ने अथक परिश्रम से बड़ौदा क्रिकेट के लिए युवा प्रतिभाओं की खोज की और हमारी टीम के भविष्य को आकार दिया। उनकी कमी गहराई से महसूस की जायेगी। क्रिकेट समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति।”
डीके गायकवाड़ ने 1952 के इंग्लैंड दौरे के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के लिए पदार्पण किया और 10 अतिरिक्त टेस्ट में भाग लिया, 1961 में चेन्नई में पाकिस्तान के खिलाफ उनकी आखिरी उपस्थिति थी। गायकवाड़ ने घरेलू क्रिकेट में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। कप्तान के रूप में, उन्होंने 1957-58 सीज़न के दौरान लगभग एक दशक में बड़ौदा को अपना पहला रणजी ट्रॉफी खिताब दिलाया। उनके बेटे, अंशुमन गायकवाड़ ने भी भारत के लिए सभी प्रारूपों में 55 मैच खेले।