क्रिकेट मैच के दौरान कई ऐसे मौके आते हैं जब गेंदबाज और बल्लेबाज एक दूसरे को डराने की कोशिश करते हैं। भारतीय टीम के स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के पास वैसे तो अस्त्रों की कमी नहीं है। लेकिन वे बल्लेबाजों को डराने के लिए एक खास अस्त्र का इस्तेमाल करते रहे हैं। हालांकि छह साल पहले टीम इंडिया में डेब्यू करने के बाद बुमराह ने अपनी कई आदतें बदलीं हैं।
गुस्सैल रहे हैं बुमराह
जसप्रीत बुमराह का कहना है कि वे गुस्सैल रहे हैं। Cricbuzz को दिए एक इंटरव्यू में बुमराह ने बताया है कि कॅरियर के शरुआती दौर में वे गुस्सैल रहे हैं। बल्लेबाज उनकी गेंदों पर बड़ा शॉट खेल दे तो उन्हें गुस्सा आ जाता था। कई बार स्लेजिंग भी कर देते थे। इसके अलावा गुस्सा होने पर अक्सर बाउंसर का इस्तेमाल करने लगते थे। लेकिन अब मैच्योरिटी बढ़ने के साथ उन्होंने गुस्से पर काबू पा लिया है। बुमराह बताते हैं कि मुझे समझ आ गया कि गुस्सा मेरे गेम को बेहतर नहीं कर सकता।
विकेट लेने के नए तरीके
बुमराह बताते हैं कि पहले ये लगता था कि बल्लेबाज कोई भी हो, उसे आउट करने का सबसे अच्छा तरीका यॉर्कर है। लेकिन अब ऐसा रहा नहीं। कई बल्लेबाज यॉर्कर अच्छे से खेल जाते हैं। धीरे धीरे ये भी लगने लगा कि इन स्विंग, आउट स्विंग और लेंथ बॉल से भी विकेट गिराई जा सकती है। गौरतलब है कि जसप्रीत बुमराह ने अभी तक 59 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 70 विकेट लिए हैं। जबकि 72 वनडे मैचों में 121 विकेट और 30 टेस्ट मैच 128 विकेट अपने नाम किए हैं।