हरियाणा स्टीलर्स ने प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के 11वें सीजन का फाइनल (PKL-11 Final) जीतकर पहली बार खिताब अपने नाम कर लिया। बालेवाड़ी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में हरियाणा ने तीन बार के चैंपियन पटना पाइरेट्स को 32-23 से हराया। इस जीत के साथ कोच मनप्रीत सिंह को चौथे प्रयास में अपनी पहली खिताबी जीत का स्वाद चखने का मौका मिला।
यह मुकाबला हरियाणा के डिफेंडर्स और पटना के रेडर्स के बीच संघर्ष के रूप में देखा जा रहा था, जिसमें हरियाणा के डिफेंडर्स ने बाजी मारी। शिवम पटारे (9 अंक) और मोहम्मदरेजा शादलू (7 अंक) की अगुआई में डिफेंस ने पटना के स्टार रेडर्स देवांक (5 अंक) और अयान (3 अंक) को पूरे खेल में बांधकर रखा। हरियाणा के डिफेंडर्स ने 16 अंक जुटाकर पटना के 11 अंकों को पीछे छोड़ दिया।
हरियाणा की जीत की कहानी
हरियाणा ने शुरुआती 10 मिनट में 7-5 की बढ़त बनाई और डिफेंस में दोनों टीमें बराबरी पर रहीं। हालांकि, पटना के रेडर्स देवांक और अयान की विफलता ने हरियाणा को बढ़त दिलाने में मदद की। हाफटाइम तक स्कोर 15-12 था, जिसमें हरियाणा ने अपनी पकड़ बनाए रखी।
दूसरे हाफ में पटना ने वापसी की कोशिश की, लेकिन हरियाणा के डिफेंडर्स ने अहम मौकों पर सुपर टैकल और रेडर्स को रोककर अपनी बढ़त को मजबूत किया। 30वें मिनट तक हरियाणा 19-16 से आगे था। इसके बाद हरियाणा ने पटना को ऑलआउट कर 26-17 की निर्णायक बढ़त बना ली।
पटना की नाकामी
पटना पाइरेट्स के लिए डिफेंडर गुरदीप ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 अंक लिए और हाई-5 पूरा किया। वहीं, रेडिंग में देवांक ने सीजन में 300 रेड प्वाइंट्स पूरे कर एक रिकॉर्ड बनाया, लेकिन फाइनल में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा।
मनप्रीत सिंह की जीत का जश्न
हरियाणा की इस ऐतिहासिक जीत ने टीम के साथ-साथ उनके कोच मनप्रीत सिंह के लिए भी खास मायने रखी। उन्होंने कहा, “यह जीत हमारे डिफेंस और पूरी टीम के सामूहिक प्रयास का नतीजा है। हमारी योजना ने काम किया और हमने यह खिताब हरियाणा की जनता को समर्पित किया।”