झारखंड के महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा को समर्पित देश का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम वर्ल्ड कप के लिए ओडिशा के राउरकेला में बनकर तैयार है। 15 एकड़ में फैले इस स्टेडियम में नए साल में 13 जनवरी को हॉकी वर्ल्ड कप के तहत पहला मुकाबला खेला जाएगा। यह दुनिया का पहला इको फ्रेंडली और एशिया का दूसरा सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम है। स्टेडियम में दर्शकों की क्षमता 27 हजार है। इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी ने स्टेडयिम का निर्माण किया है।
स्टेडियम में बनाया गया है टनल
बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम की खासियत यह है कि यहां हर सीट की बनावट ऐसी है कि दर्शक दुनिया के किसी भी स्टेडियम के मुकाबले मैदान के ज्यादा करीब होंगे। स्टेडियम में प्रैक्टिस पिच और चेंजिंग रूम को जोड़ने के लिए टनल बनाया गया है। फिटनेस सेंटर, रिकवरी केंद्र और पिच के पास हाइड्रोथेरेपी पूल बनाया गया है। इससे जुड़े दो होटल हैं, जहां खिलाड़ी ठहरेंगे। स्टेडियम को भूकंप रोधी है। स्टेडियम को मौसम के अनुकूल रखने के लिए 250 एचपी डक्टेबल एसी यूनिट भी रहेगा। करीब 300 करोड़ की लागत आई है। बीजू पटनायक यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के इंजीनियरों ने स्टेडियम की डिजाइन तैयार की है।
देश में इससे पहले 1982 (मुंबई), 2010 (दिल्ली) और 2018 (ओडिशा) में हॉकी वर्ल्ड कप का आयोजन हो चुका है। भारत में अब चौथी बार वर्ल्ड कप हॉकी हो रही है। 2023 में पहला मैच इंग्लैंड और वेल्स और दूसरा भारत और स्पेन के बीच होगा। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि ओडिशा दूसरी बार मेजबानी कर रहा है।