Voter Adhikar Yatra: बिहार की सियासत बुधवार को एक अहम मोड़ लेने जा रही है, जब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एम.के. स्टालिन कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली ‘वोटर अधिकार यात्रा’ में शामिल होंगे। स्टालिन बुधवार सुबह चार्टर्ड फ्लाइट से चेन्नई से दरभंगा पहुंचेंगे और एनएच-57 पर सुबह 10:30 बजे होने वाली रैली में राहुल गांधी के साथ मंच साझा करेंगे। उनके साथ डीएमके सांसद कनिमोझी भी मौजूद रहेंगी।
यह साझेदारी केवल एक राजनीतिक इवेंट नहीं, बल्कि विपक्षी गठबंधन के लिए एक बड़ा संदेश मानी जा रही है। राहुल गांधी जहां ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के जरिए मतदाता सूचियों से लाखों नाम हटाए जाने का मुद्दा उठा रहे हैं, वहीं स्टालिन की मौजूदगी इस लड़ाई को राष्ट्रीय रंग देने की कोशिश है। डीएमके का आरोप है कि बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के नाम पर 65 लाख से अधिक मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं, जिनमें ज्यादातर वे लोग शामिल हैं जो भाजपा के खिलाफ वोट दे सकते थे।
स्टालिन पहले भी चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाते रहे हैं। उनका कहना है कि इस तरह की कार्रवाई भाजपा के पक्ष में संतुलन झुका रही है। डीएमके ने हाल ही में अपनी जिला सचिवों की बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर चुनाव आयोग की कथित पक्षधरता की निंदा की थी। अब बिहार की इस कवायद के बाद डीएमके तमिलनाडु में भी बूथ स्तर पर अपने संगठन को मजबूत करने में जुट गई है, ताकि भविष्य में इसी तरह की स्थिति का मुकाबला किया जा सके।






















