BOKARO : बोकारो जिला के थर्मल स्थित DVC के 630 मेगावाट वाले बी पावर प्लांट की कटिंग के कार्य में काम करनेवाली कंपनी राधा स्मेलटर्स के सरकार द्वारा सब्सिडी प्राप्त घरेलू कुकिंग एलपीजी गैस का इस्तेमाल किया जा रहा है. कंपनी के गैस लदी वाहनों को संविदा के प्रावधानों का उल्लंघन कर पावर प्लांट में खुलेआम CISF के द्वारा कंपनी के गेट पास पर प्रवेश कराया जा रहा है. इस संबंध में गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने DVC के अध्यक्ष से कंपनी के क्रिया कलाप एवं संविदा के प्रावधानों का उल्लंघन कर कार्य करने को लेकर शिकायत की है. सांसद ने कहा कि DVC पावर प्लांट के कटिंग कार्य में कंपनी के द्वारा धड़ल्ले से 19 KG वाले कुकिंग गैस एलपीजी का उपयोग किया जा रहा है.
40 केजी वाले इंड्रस्टियल LPG का उपयोग किया जाता है उपयोग
जबकि पावर प्लांट कटिंग एवं कंपनी के कार्यों में 40 केजी वाले इंड्रस्टियल LPG का उपयोग किया जाता है. सांसद ने कहा कि पावर प्लांट के अंदर कटिंग वाले साईट पर काफी संख्या में ऐसे गैस के सिलिंडरों को रखा गया है. कार्य के दौरान कभी भी बड़ी दुघर्टना घट सकती है, जिससे जान माल की हानि भी हो सकती है. कंपनी के द्वारा कार्की के दौरान LPG के सिलिंडरों को टीन से कवर कर रखा जाता है. कंपनी के इंचार्ज का कहना है कि LPG कुकिंग गैस से कार्य की जानकारी DVC प्रबंधन को भी है, और वे सभी स्थानों पर इसी गैस से कार्य करते हैं.
मामले को लेकर CISF मेन गेट के डयूटी इंचार्ज पुण्य कुमार से पूछे जाने पर कहा कि कंपनी के द्वारा कार्य को लेकर LPG प्लांट में ले जाने को लेकर प्रबंधन को कई बार पत्राचार किया गया है,परंतु एक का भी जवाब नहीं आया है. DVC के सेफ्टी ऑफिसर आरआर सिन्हा से पूछे जाने पर कहा कि पावर प्लांट कटिंग के कार्य में 40 KG के इंड्रस्टियल गैस का उपयोग किया जाता है.उन्होंने कहा कि पावर प्लांट में कुकिंग गैस ले जाने मामले की वे जांच करेंगे.