बिहार सरकार (Bihar government) ने अब बड़े पैमाने पर शिक्षक अभ्यर्थियों को एक साथ नियोजन पत्र देने का फैसला लिया है। शिक्षा विभाग अब 23 फरवरी 2022 को बिहार के विभिन्न नियोजन इकाइयों से 42000 शिक्षक अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र देने का काम शुरू करेगी। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी (Education Minister Vijay Kumar Choudhary) ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि विद्यालय में पठन-पाठन का कार्य प्रारंभ हो रहा है। वैसी स्थिति में गुणवत्ता और शिक्षण व्यवस्था बेहतर हो इसलिए शिक्षक नियोजन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
दिव्यांग और महिलाओं को विशेष रुप से वरीयता
सरकार ने सभी नियोजन इकाइयों को यह निर्देशित किया है कि 23 फरवरी को तमाम अभ्यर्थियों को नियोजन पत्र दिया जाए। वहीं इस बार शिक्षा विभाग ने यह नियमावली बनाई है कि इस बार शिक्षक नियोजन के बाद पदस्थापन को लेकर दिव्यांग और महिलाओं को विशेष रुप से वरीयता दी जाएगी और उनको च्वाइस पदस्थापन भी मिल सकेगा। शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि लगभग 95% प्रमाण पत्रों की जांच हो चुकी है। वहीं कुल 562 अभ्यर्थी के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। जिन पर कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। भोजपुर और पूर्वी चंपारण में बड़े पैमाने पर अभ्यर्थी फर्जी प्रमाण पत्र नियुक्ति को लेकर दिया था। जांच करने के बाद उनको फर्जी पाया गया है। सरकार सभी अभ्यर्थियों पर कानूनी कार्रवाई करेगी। वहीं विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि उनको नियोजन पत्र दिया जाए जो सही हो सके।