धनबाद : झारखण्ड में हाथियों का आतंक जारी है । भारत की कोयला राजधानी धनबाद के नक्सल प्रभावित टुंडी की पहाड़ो में एक बार फिर करीब 28 से 30 हाथियों का एक झुंड पहुंचा है। जिससे टुंडी के कई गांव के लोगों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। वहीं वन विभाग ने हाथियों के प्रवेश की पुष्टि करते हुए ग्रामीणों को संभवित खतरे के प्रति आगाह किया है।
फसलों को भी हाथी ने काफी नुकसान पहुंचाया
धनबाद गिरिडीह मुख्य मार्ग से 28 हाथियों के एक झुंड को गुजरते हुए टुंडी के जंगलों में देखा गया है। सड़क से गुजर रहे लोगों ने रुककर हाथियों के इस झुंड का वीडियो भी बनाया। वहीं हाथियों के इस झुंड का एक बार फिर टुंडी इलाके में पहुंचने से क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल उत्पन्न हो गया है। बता दें कि इससे पहले भी कई बार हाथियों का यह झुंड इस इलाके में आ चुका है। हर बार इस झुंड ने यहाँ की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा चुका है। पूर्व में हाथी ने कई ग्रामीणों को कुचल दिया था। फिलहाल इलाके के ग्रामीणों ने हाथियों के इस झुंड की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को दे दी है।
महुआ से बनी शराब आदि का स्टॉक ना रखें
वही डीएफओ विकाश पालीवाल ने आम लोगों को सतर्क करते हुए कहा है कि अपने घरों में महुआ अथवा महुआ से बनी शराब आदि का स्टॉक ना रखें। क्योंकि हाथियों की सूंघने की क्षमता बहुत तेज होती है और वह महुआ की महक से ग्रामीण क्षेत्र की ओर आकर्षित हो सकता है। ऐसे में ग्रामीणों को जान माल का नुकसान हो सकता है। जंगली क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में लोगों को मशाल पटाखे एवं टॉर्च उपलब्ध कराया गया है। वन विभाग की टीम लगातार पेट्रोलिंग कर रही है। हाथी यहां से पारसनाथ की सेंचुरी जंगल की ओर जाएंगे।