सारण जिले से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां आरपीएफ के जवान ने कार्रवाई करते हुए रेलवे टिकट के हेरफेर करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। साथ ही एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी रेलवे के टिकटों पर स्याही,मोहर एवं केमिकल लगाकर कम दूरी के टिकटों में हेराफेरी करके कम दूरी के टिकट को लंबी दूरी के टिकटों में बदल देता था। जिससे रेलवे को लाखों रुपए का नुक़सान हो रहा था।
प्रतिदिन 15-20 हजार रुपए का अवैध टिकट बेचते थे आरोपी
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि रेलवे के टिकटों में हेराफेरी करने लिए इस गिरोह के सदस्य रेलवे काउंटर से छपरा से सीवान सहित अन्य कम दूरी के टिकट खरीदते थे जिनकी कीमत पचास से साठ रुपए की होती थी। फिर रेलवे काउंटर से खरीदे गए टिकटों पर स्याही, केमिकल, मोहरों आदि के माध्यम से दूरी एवं स्थान में परिवर्तन करके छपरा से सीवान के टिकट को छपरा से सूरत या छपरा से चैन्नई आदि का बनाकर पचास रुपए के टिकट को पांच सौ से छह सौ रूपये का बनाकर रेलवे स्टेशन पर एवं ट्रेनों में भोले भाले एवं कम पढ़े लिखे यात्रियों को बेचकर रेलवे को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का काम करते थे।इस गिरोह के सदस्यों द्वारा एक दिन में पन्द्रह से बीस हजार के अवैध टिकटों की बिक्री करके रेलवे को लाखों का नुक़सान पहुंचाया जा रहा था।
जिन्हें छपरा आरपीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया है। आरोपी की पहचान प्रकाश राम थाना बेल्सर जिला वैशाली के रूप में हुई। वहीं इसके गांव का इसका एक साथी छपरा जंक्शन पर भीड़ का फायदा उठाकर मौके से भाग गया। आरपीएफ ने गिरफ्तार अभियुक्त के पास से छपरा से सूरत एवं चैन्नई के हेराफेरी करके बनाएं गये टिकट बरामद किए गए हैं।इस गिरोह द्वारा छपरा सहित राज्य के अन्य भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम देकर रेलवे को आर्थिक नुकसान पहुंचाया जाता था। फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ कर गिरोह में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।