बिहार के भागलपुर में 14 अक्टूबर से 5 साल तक के बच्चों का आधारकार्ड बनाने का काम शुरू होगा। पेरेंट्स को बच्चे को डाकघर लेकर आना होगा और आधारकार्ड बनाने के लिए माता या पिता किसी एक का आधार नंबर देना होगा। डाककर्मी भी आधारकार्ड बनाने बच्चे का घर जाएंगे। इससे लोगों को काफी सुविधा होगी।
बता दें कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए जारी होने वाले आधार कार्ड को बाल आधार कार्ड कहते हैं। यह नीले रंग का होता है और इसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) जारी करता है। बाल आधार कार्ड 12 अंकों की एक खास पहचान संख्या होती है। यह माता-पिता में से किसी एक के आधार कार्ड से जुड़ा होता है। इसे बनवाने के लिए बच्चों के बायोमेट्रिक डेटा की जरूरत नहीं होती है। बाल आधार कार्ड निशुल्क जारी किया जाता है। वहीं, 5 साल के बाद बाल आधार को अपग्रेड करवाना होता है और यह 18 साल तक के बच्चों के लिए मान्य होता है।
जानकारी के अनुसार, छोटे व्यवसायियों, कारीगरों, बुनकरों का उत्पाद को ग्लोबल मार्केट तक पहुंचाने के लिए भागलपुर सहित बांका, मुंगेर, लखीसराय, जमुई, बेगूसराय, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, खगड़िया, मधेपुरा सहित पूर्वी क्षेत्र के सभी जिलों में डाक निर्यात केंद्र खोले गए हैं।