JAMTARA : भारतीय उद्यमी संघ के द्वारा कृषि उद्यमिता और किसी उद्यमियों के लिए एक दिवसीय कृषि संवाद “प्रगतिशील किसान से कृषि उद्यमिता” था। इसका आयोजन झारखंड के दूसरे जिले केवीके जामताड़ा में हुआ। जिसमें जामताड़ा के भौगोलिक स्थिति के अनुकूल फार्मिंग के बारे में केवीके हेड साइंटिस्ट सुप्रिया सिंह ने जानकारी दी। किसानों को कृषि उत्पाद के मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग की जरूरत के बारे में बताया गया। इस संवाद की रिपोर्ट ICAR, NABARD, NITI Aayog, बिहार सरकार एवं भारत सरकार को दी जाएगी।
किसान और महिलाएं शामिल
जामताड़ा झारखंड के एक पिछड़े, सूखाग्रस्त और आदिवासी क्षेत्र में आता है। इसकी महत्वता अपने आप में खनिज संपदा ही नहीं एवं विभिन्न कृषि उत्पादों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। कार्यशाला में भारतीय उद्यमी संघ के अध्यक्ष अभिषेक कुमार, एग्री इनपुट एक्सपर्ट राजा कलाम, सप्लाई चेन एक्सपोर्ट ओंकार सिंह मौजूद थे। कार्यक्रम में किसान एवं महिलाएं शामिल हुई जोकि ट्राईबल समुदाय से थी। साथ ही सब्जी, मशरूम, बकरी पालन एवम मुर्गी पालन व्यवसाय में शामिल हैं।
आमदनी के लिए प्रशिक्षण जरूरी
भारतीय उद्यम संघ के अध्यक्ष अभिषेक कुमार जो की अमरीकी एवं इज़राएल सरकार फेलो भी हैं, उन्होंने वहां मौजूद किसानों से कहा कि किसानों को उनके बेहतर आमदनी के लिए प्रशिक्षण देने की आवश्यकता है। किसान अपने अपने क्षेत्र में तकनीकी रूप से प्रशिक्षित होकर अपने कृषि आमदनी को और भी समृद्ध बना सकते है। इसके लिए सरकार की बहुत सारी कृषि केंद्रित योजनाएं किसानों के लिए उपलब्ध है जैसे पीएफएफएमई, पीएमईजीपी, एसएसजी आईआरएफ, नाबार्ड इन सभी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया गया। साथ ही किसानों को हैंडहोल्डिंग सपोर्ट देने की बात पर भी जोर दिया गया। हम संगठित होकर फार्मिंग करें और प्रोडक्ट स्पेसिफिक एफपीओ बनाएं।
प्राकृतिक खेती से लागत आएगी कम
एग्री इनपुट एक्सपोर्ट राजा कलाम ने बताया कि कैसे किसान अपनी लागत को प्राकृतिक खेती को अपनाकर कम कर सकते हैं। साथ में मिट्टी की गुणवत्ता, स्वास्थ्य को और मजबूत कर अपने कृषि उत्पादकता को बढ़ा सकते हैं। क्वालिटी उत्पादन की मदद से अपने उत्पाद को बड़े बाजार में अच्छे दाम पर बेच के अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। वैल्यू चैन एक्सपर्ट ओमकार कुमार ने बताया कि कैसे किसान अपने उत्पाद को वैल्यू एडिशन की मदद से उसको अच्छे मुनाफा पर बेच सकते है। प्रोसेसिंग यूनिट की मदद से टोमैटो केचप बनाकर भी बेचा जा सकता है।
किसान कर रहे बंपर कमाई
जामताड़ा कृषि विज्ञान केंद्र के किसान काफी जागरूक दिखें जिसमें दुलाल मंडल टमाटर की खेती करवा कर रहे है। टिकट सिंह के 900 आम का पेड़ है। उसके अंदर 84000 फूलगोभी की उपज भी कर लेते हैं। कमल मंथल एक किसान है जो कि टमाटर की खेती के साथ साथ बतख का भी पालन कर रहे हैं। 7 बत्तख से शुरू किया हुआ व्यवसाय आज सौ बतख तक पहुंच गया है। बतखों के अंडों को भी बेचकर अच्छा मुनाफा कमा लेते हैं। सुभाष महतो प्रतिदिन ढाई हज़ार की सब्जी का तुराई कर आसनसोल के मंडी में बेचकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं। वही विश्वास फूलों की खेती करते हैं जिसमें जरबेरा फूल है। महिला शिक्षित किसान रजनी सिन्हा FPO के साथ काम करती हैं। उन्होंने अपने अनुभव साझा किया कि कैसे किसानों के समूह के द्वारा किसी खास फसल का उत्पादन कर बड़े बाजार में बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है।