[Team Insider]: महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) के नेतृत्व वाली पीडीपी के 10 नेताओं के खिलाफ पार्टी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद की पुण्यतिथि मनाने के लिए एक कार्यक्रम में कथित तौर पर Covid-19 दिशा निर्देशों (Guidelines) का उल्लंघन करने के लिए प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिससे राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। पीडीपी (PDP) ने ट्विटर पर एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें कथित तौर पर अनंतनाग के डिप्टी कमिश्नर (Deputy Commissioner) को नए साल की पूर्व संध्या पर बिना फेस मास्क के दिखाया गया था।
पीडीपी प्रमुख मुफ्ती ने प्रशासन की खिंचाई की
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के कार्यकारी मजिस्ट्रेट ने पुलिस को पीडीपी नेताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख मुफ्ती ने आदेश पर प्रशासन की खिंचाई की और कहा कि ऐसा लगता है कि कोविड प्रोटोकॉल केवल उनकी पार्टी के लिए है, न कि भाजपा के लिए, जिसने शुक्रवार को कश्मीर में विरोध प्रदर्शन किया था।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन पूर्वाग्रह से ग्रस्त
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी प्रमुख मुफ्ती ने ट्विटर पर लिखा कोविड-19 प्रतिबंध केवल पीडीपी पर लागू होते हैं। कल कश्मीर में भाजपा के विरोध के लिए नहीं, पंजाब में पीएम की रैली या उनकी सुरक्षा के लिए प्रार्थना करने के लिए सैकड़ों लोगों ने सामूहिक पूजा में भाग लिया। मेरी पार्टी के खिलाफ जम्मू-कश्मीर प्रशासन पूर्वाग्रह से ग्रस्त है।
महबूबा मुफ्ती का नाम शामिल नहीं
पीडीपी ने ट्विटर पर एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें कथित तौर पर अनंतनाग के डिप्टी कमिश्नर को नए साल की पूर्व संध्या पर बिना फेस मास्क के दिखाया गया था। पार्टी ने ट्वीट किया, यहां डीसी अनंतनाग नए साल की पूर्व संध्या पर बिना मास्क के नाचते हैं। जहां भीड़ हजारों की संख्या में होती है। जब पीडीपी की बात आती है, तो Covid-19 अचानक फिर से उभर आता है और राजनीतिक हो जाता है। पीडीपी के जिन नेताओं के खिलाफ पुलिस कार्रवाई का आदेश दिया गया है उनमें सईद के बहनोई सरताज मदनी और पूर्व मंत्री अब्दुल रहमान वीरी शामिल हैं। महबूबा भी शुक्रवार के कार्यक्रम का हिस्सा थीं, लेकिन उनका नाम शामिल नहीं था।