मिशन 2024 को लेकर भाजपा फुल फॉर्म में आ चुकी है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की खास नजर बिहार के 40 लोकसभा सीट पर है। पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार में एनडीए गठबंधन का प्रदर्शन जबरदस्त था। लेकिन अब स्थितियां बदल चुकी हैं। उस वक्त साथी रही जदयू अब महागठबंधन का हिस्सा बन चुकी हैं। उसी जदयू के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के खिलाफ 15 विपक्षी दलों को एक बैठक में शामिल कर लिया। जाहिर हैं कि ये दल एक साथ आते हैं तो भाजपा के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी होगी। इनसब के बीच एक बार फिर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार दौरे पर आ रहे हैं । 29 जून को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र में शाह की बड़ी रैली होने वाली है।
क्षेत्रीय स्तर पर अलगाव तो राष्ट्रीय स्तर पर कैसे होगा लगाव, TMC vs INC के भेंट चढ़ेगी विपक्षी एकता!
ललन सिंह के गढ़ में ललकारेंगे अमित शाह
दरअसल पिछले साल बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही अमित शाह लगातार बिहार दौरे पर आ रहे हैं। बिहार में 23 जून को विपक्षी एकता वाली बैठक हुई थी। जिसमें 15 विपक्षी दल शामिल हुए थे। इसी बैठक को चुनौती देने की तैयारी भाजपा की तरफ से भी कर ली गई है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र में ही उन्हें ललकारने के लिए अमित शाह 29 जून को लखीसराय में रैली करेंगे। बता दें कि ललन सिंह मुंगेर से सांसद हैं। लखीसराय मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के अंदर ही आता है। ये तय के की अपने भाषण में वो विपक्षी एकता बैठक पर जम कर बरसेंगे।