अमित शाह आज बिहार दौरे पर आए हुए हैं। पटना से मुजफ्फरपुर के लिए अमित शाह रवाना हुए। अमित शाह ने मुजफ्फरपुर में एक बड़ी रैली को संबोधित किया। अमित शाह ने अपने संबोधन के शुरुआत में कहा कि “सबसे पहले मैं आप सभी बिहार की जनता को छठ महापर्व की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देना चाहता हूं। अभी से ही छठ का उत्साह लोगों के बीच देखने को मिल रहा है। मैं छठ मईया से प्रार्थना करता हूँ, कि आने वाले समय में बिहार जंगलराज से मुक्त हो, पलटूराम से मुक्त हो।”
नीतीश-लालू पर बरसे अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि “2014 में बिहार की जनता ने मोदी जी को 31 सीटें दी और 2019 में 39 सीटें दी। 2019 में 1 की कमी रह गई है इसीलिए 2024 में 40 की 40 सीटें मोदी जी की झोली में डाल दीजिए।” उन्होंने कहा कि “इस बार आप सभी से सबसे बड़ी विनती है, 2025 में बिहार में भाजपा की सरकार बनानी है। आपने जब-जब आशीर्वाद दिया, पलटूराम ने पलटी मारकर जनादेश का द्रोह किया। आरजेडी और जदयू जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के समर्थन में नहीं थे। इन्होंने कहा था कि अगर धारा 370 हटाई गई तो खून की नदियां बह जाएंगी। लालू जी, खून की नदियां छोड़ो, किसी की कंकड़ चलाने की हिम्मत नहीं हुई।”
विपक्षी दलों के गठबंधन पर निशाना
अमित शाह ने विपक्षी दलों के गठबंधन पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “I.N.D.I Alliance का एक ही एजेंडा है, नरेन्द्र मोदी की विरोध करना। इन्हें जब सत्ता मिली थी तो लाखों करोड़ों का घोटाला किया। यह देश को तय करना है कि उन्हें 2G घोटाला करने वाले इंडी गठबंधन की सरकार चाहिए या देश में 5G लाने वाले नरेंद्र मोदी जी की सरकार चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि “ये परिवार की दुकान चलाने वाले लोग हैं, एक को प्रधानमंत्री बनना है और दूसरे को अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना है। मैं दोनों को कहने आया हूं, नीतीश बाबू प्रधानमंत्री तो छोड़ दो, I.N.D.I Alliance वालों ने आपको संयोजक भी नहीं बनाया। आप कहीं के नहीं रहे। तेल और पानी कभी इकट्ठा नहीं होते हैं, अलग-अलग ही रहते हैं।”
“कांग्रेस ने पिछड़ा समाज का बहिष्कार किया“
अमित शाह ने कहा कि “कांग्रेस ने हमेशा पिछड़ा समाज का बहिष्कार किया और विरोध किया। जबकि मोदी जी ने हमेशा पिछड़ा समाज का सम्मान किया। मोदी जी की मंत्रीमंडल में 27 मंत्री ओबीसी समाज से हैं, ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता दी। इसके साथ-साथ नवोदय विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय और सैनिक विद्यालय में ओबीसी छात्रों को 27 प्रतिशत आरक्षण दिया। जब केंद्र में सोनिया-मनमोहन की सरकार थी, तब 10 वर्ष में बिहार को 1 लाख 50 हजार रुपया दिया था, मोदी जी ने 9 वर्षों में 6 लाख करोड़ रुपये देकर बिहार का विकास किया है।”