‘ठाकुर के कुआं’ वाली कविता को लेकर बिहार की राजनीति काफी गर्म हो गई थी। राज्यसभा में इस कविता को पढ़ने वाले राजद सांसद मनोज झा पर पूर्व सांसद आनंद मोहन भड़के हुए थे। लेकिन लालू यादव भी जब मनोज झा के समर्थन में उतरे तो आनंद मोहन के तेवर ढीलें पड़ गए। लेकिन बिहार के सीएम नीतीश कुमार से उनकी मुलाकात सुर्खियाँ बनने लगी। वही अब आनंद मोहन के घर नीतीश कुमार के जाने की चर्चा तेज है। इसे लेकर तरह-तरह के राजनीतिक मायने निकले जा रहे हैं । जिसपर आज आनंद मोहन ने खुल कर जवाब दिया है।
आनंद मोहन ने तोड़ी चुप्पी
आनंद मोहन ने कहा कि गांधीजी से लेकर पूर्व पीएम वीपी सिंह, चंद्रशेखर और यहां तक कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भी उनके घर आ चुके हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उनके घर आने पर क्यों बखेड़ा किया जा रहा है? उन्होंने बताया कि 27 अक्टूबर को नीतीश कुमार उनके पिता एवं स्वतंत्रता सेना रहे रामबहादुर सिंह की आदमकदम मूर्ति का अनावरण करने आ रहे हैं। इसका शिलान्यास करने के लिए लालू और शेखावत जी आए थे।
अपडेट हो रहा है…..