आज के जमाने में साइबर अपराध में भी इनोवेटिव एप्रोच अपनाये जा रहे हैं। नौकरी , एडमिशन और लोन जैसी एजेंसियों के माध्यम से आजतक साइबर ठगी को अंजाम देते तो आपने अवश्य सुना होगा, पर बिहार में एक अजीबोगरीब नौकरी देने वाली एजेंसी का पर्दाफाश हुआ है, जिसने पूरे समाज को हिला कर रख दिया है। ‘ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब एजेंसी’ के नाम से चल रही इस एजेंसी ने उन लोगों को 13 लाख रुपये का लालच देकर ठगने का काम किया, जो उन महिलाओं को गर्भवती करने में सक्षम थे( जो महिलाएं किसी कारणवाश बच्चा नहीं पैदा कर पा रही थीं)। महिलाओं को प्रेग्नेंट करो और 13 लाख रुपये कमाओ”, जी हाँ, जॉब देने का ये अजीबोगरीब मामला बिहार के नवादा से सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में साइबर ठगी के इस शातिर गैंग के 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। बेरोजगार युवाओं को पहले फोन किया जाता था। ये गैंग युवाओं को बताता था कि कुछ महिलाएं अलग-अलग वजहों से प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही है, उन महिलाओं को प्रेग्नेंट करना है। अगर वो गर्भवती हो जाती है, तो 15 लाख रुपये मिलेगा, अगर गर्भपात हो जाता है तो भी 5 लाख रुपये का “सहानुभूति पुरस्कार” देने का झांसा दिया जाता था। गिरोह ने मुन्ना कुमार के बोरिंग के मकान में कॉल सेंटर बना रखा था। पुलिस जब छापा मारने गई थी तो उस समय 26 लोंग थे। हालांकि, इस पूरे घिनौने खेल का सरगना मुन्ना कुमार 17 लोगों सहित फरार होने में सफल रहा। पुलिस केवल 8 लोगों को ही गिरफ्तार कर पाई। गिरफ्तार साइबर अपराधियों की पहचान शत्रुधन कुमार उर्फ सोनु कुमार, राजेश कुमार, प्रभात कुमार वर्मा, कविन्द्र प्रसाद कुमार, गोपाल दास, अनिल कुमार, अजय कुमार और लक्ष्मण कुमार के रूप में की गई है। गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 9 मोबाईल फोन और एक प्रिन्टर बरामद किया गया।
इस खेल की सिक्वेंसी भी बड़ी कॉर्बपोरेट स्तरीय थी। अपराधियों की ओर से सबसे पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर 799 रुपया लिया जाता था। फिर रजिस्ट्रेशन कराने वाले के पास उन महिलाओं की तस्वीरें भेजी जाती थी। जब वह महिला को सिलेक्ट करता तो फिर उससे सिक्योरिटी फीस, सर्विस टैक्स और जीएसटी के नाम पर 5 हजार से 20 हजार रुपए तक ऑनलाइन पेमेंट कराते थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी WhatsApp के जरिए संभावित पीड़ितों से संपर्क करते थे और उन्हें इस इस फर्जी योजना में शामिल होने के लिए मनाते थे।पुलिस ने बताया कि तस्वीरों में महिलाओं की खूबसूरती के आधार पर इस रकम में बढ़ोतरी की जाती थी। फिलहाल पुलिस ठगी करने के इस अनूठे मामले की जांच में जुटी है।