इन दिनों बिहार की चर्चा देश भर में हो रही है। क्योंकि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में विपक्ष की उम्मीदों का भार बिहार के नेताओं ने उठा लिया है। बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है। नए रिश्तों की गांठ मजबूत करने की कोशिश हो रही है। तो दूसरी ओर इसी बिहार के एक जिले कुत्तों की गांठ पूरी तरह खुल गई है। सरेआम लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर काट रहे हैं। आंकड़ा यहां तक पहुंच गया है कि एक माह में औसतन 500 लोग कुत्तों की चपेट में आ रहे हैं।
पूर्णिया में 500 लोगों को कुत्तों ने काटा
बिहार के पूर्णिया जिले में कुत्तों ने आंतक मचा रखा है। शहर के चौराहे से लेकर गांव के चौपाल तक कुत्तों ने अपने आतंक से इंसानों को सहमा दिया है। पिछले पांच माह के आंकड़े बता रहे हैं कि डॉग बाइट के 2509 मामले रिपोर्ट हुए हैं। आवारा कुत्तों का आतंक इतना बढ़ गया है कि लोग चोर-उचक्कों से ज्यादा इन कुत्तों से डरने लगे हैं।
सड़क दुर्घटनाओं में भी इजाफा
बिहार सरकार के आंकड़े बताते हैं कि जब से बिहार में शराबबंदी हुई है, सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है। लेकिन पूर्णिया में कुत्तों का आतंक सड़क दुर्घटनाओं की संख्या भी बढ़ा रहा है। कई बार कुत्ते लोगों के पीछे पड़ जाते हैं और उनसे बचने की कोशिश में कोई बाइक टकरा रही है तो कोई कार से टकरा जा रहा है।
साल 2023 में पूर्णिया में डॉग बाइट के मामले
- जनवरी – 536
- फरवरी – 658
- मार्च – 557
- अप्रैल – 382
- मई – 376