बाबा सिद्धेश्वर नाथ मंदिर हादसे में जांच रिपोर्ट के आधार पर थानेदार शैलेश कुमार साह, 3 सब इंस्पेक्टर, 1 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर और 6 सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। इनके अलावा सिविल सर्जन, दो चिकित्सक, जिला आपूर्ति पदाधिकारी और सहकारिता प्रसार पदाधिकारी मखदुमपुर के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। 48 पुलिस और प्रशासनिक पदाधिकारियों और कर्मियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जांच कमेटी द्वारा 15 अगस्त को जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडे और पुलिस अधीक्षक अरविंद प्रताप सिंह को रिपोर्ट सौंप दी गई थी। इसके बाद दोषियों पर कार्रवाई शुरू की गई है। जिला प्रशासन ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि भगदड़ की दुखद घटना के दौरान जो भी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी और कर्मी कार्यस्थल पर अनुपस्थित पाए गए या उपस्थित होकर भी अपने कार्यों के निर्वहन में असफल रहे। उनके विरुद्ध कार्रवाई की अनुशंसा जांच कमेटी द्वारा की गई है।
प्राप्त प्रतिवेदन में कर्तव्य निर्वहन में शिथिलता बरतने वाले पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों की प्रारंभिक जांच और घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य में पुलिस बल द्वारा की गई प्रतिक्रिया की समीक्षा की गई। समीक्षा के आधार पर पुलिस पदाधिकारी, जिला बल के सिपाहियों, बीएसएपी और बीएचजी द्वारा कर्तव्य निर्वहन में शिथिलता बरतने के आरोप में कुल 48 व्यक्तियों के खिलाफ कारण बताओ नोटिस निर्गत करते हुए स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
कमेटी के प्रतिवेदन के आलोक में अब तक कुल 11 पुलिस पदाधिकारी और कर्मियों के खिलाफ स्पष्टीकरण की मांग करने के बाद निलंबित कर विभागीय कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। इनमें 3 पुलिस अवर निरीक्षक, एक पुलिस अवर निरीक्षक, सह थानाध्यक्ष (बराबर थाना) और एक पुलिस सहायक अवर निरीक्षक और 6 सिपाही शामिल है।