RANCHI : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के राजनीतिक सलाहकार व भाजपा के सोशल मीडिया टीम को कण्ट्रोल करने वाले सुनील तिवारी ने राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह को पत्र लिखकर उनसे मदद की गुहार लगाई है। सुनील तिवारी ने अपने पत्र में लिखा है कि उन्हें राज्य सरकार द्वारा फर्जी मुकदमों में फंसा दिया गया है और अब उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है।उन्होंने पत्र की प्रति बाबूलाल मरांडी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, गृह सचिव भारत सरकार, पुलिस महानिदेशक झारखण्ड व एसएसपी रांची को भी भेजा है। इधर कल ही भाजपा नेता अनुंरजन अशोक द्वारा डोरंडा थाना में अपनी जान की सुरक्षा के लिए शिकायत दर्ज कराने के बाद, अब सुनील तिवारी द्वारा मुख्य सचिव को लिखा गया पत्र से माहौल गरमाता जा रहा है।
सुनील तिवारी द्वारा मुख्य सचिव को लिखे पत्र का प्रारूप :
सेवा में,
मुख्य सचिव महोदय,
विषय– फर्जी मुकदमों में फंसाने के बाद मेरी हत्या की साजिश रचने के संबंध में।
महोदय, मैं सुनील कुमार तिवारी, झारखंड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का सलाहकार हूं। उनके सोशल मीडिया टीम के नेतृत्व की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी संभालता हूँ। झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार में व्याप्त राजनीतिक संरक्षण में भ्रष्टाचार को लेकर मुखर रहने के कारण सरकार ने मुझ पर अगस्त 2021 में एक महीने के भीतर लगातार दो फर्जी मुकदमे भी करवाये। मुझे जेल भेजा गया। माननीय हाईकोर्ट ने मुझे ज़मानत प्रदान करने के आदेश में केस करने से लेकर गिरफ़्तारी तक में झारखंड पुलिस की हाईपर कार्यशैली पर तीखी प्रतिकूल टिप्पणी की। मेरे प्रति राज्य सरकार का व्यक्तिगत दुश्मनागत रवैया इस बात से समझा जा सकता है कि राज्य सरकार हाईकोर्ट से प्राप्त मेरा ज़मानत आदेश को रद्द कराने के लिये क़रीब आधे दर्जन वकील रखकर सुप्रीम कोर्ट गयी। लेकिन माननीय सुप्रीम कोर्ट ने मुझे ज़मानत देने के माननीय हाईकोर्ट के आदेश को सही ठहराते हुए राज्य सरकार के ज़मानत रद्द करने के अनुरोध को पहली तारीख़ में ही ख़ारिज कर दिया। दोनों मुकदमों अरगोड़ा थाना केस संख्या 229/21 और 255/21 में मुझ पर चार्जशीट भी कर दिया गया है। मामले की जांच सीबीआई से कराने का आदेश देने के अनुरोध पर माननीय हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है। लेकिन लगता है कि मुझे परेशान और तबाह करने के इतने सब कार्रवाई से भी उन राजनैतिक दुश्मनी पाल रखे लोगों के कलेजे को ठंडक नहीं मिल रही जिनके काले कारनामों का चिट्ठा खोलने में मैं बिना डरे सदैव अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए आदरणीय श्री बाबूलाल मरांडी जी के कार्यों में उनके आदेशानुसार सहयोग करता रहा हूं।