RANCHI : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड में हमास का समर्थन करने वालों को बांग्लादेशी और रोहिंग्या हैं। उन्होंने शनिवार को सोशल मीडिया पर के माध्यम से कहा कि कांग्रेस शासित झारखंड, कर्नाटक सहित कई अन्य राज्यों में हमास आतंकवादियों के समर्थन में रैली निकाली जा रही है।
इजरायल पर फिलिस्तीन समर्थित हमास द्वारा किए जा रहे कायराना आतंकी हमले की भर्त्सना पूरा विश्व जगत कर रहा है। हाफिज सईद और ओसामा बिन लादेन के प्रति सम्मान जताने वाली और 2008 मुंबई हमलों के बहाने हिन्दुओं को बदनाम करने वाली कांग्रेस का आतंक के प्रेम भाव सर्वविदित है। बाबूलाल ने सवाल उठाते कहा कि झारखंड समेत हमारे देश की प्रबुद्ध जनता ये तय करे कि आतंकियों के साथ खड़ा होने वाले ये लोग आखिर कौन हैं? इनकी मंशा क्या है? ये लोग या तो बंग्लादेशी-रोहिंग्या हैं या उनके समर्थक।
बाबूलाल मरांडी ने स्वास्थ्य विभाग, झारखंड को मृतप्राय बताया है। सोशल मीडिया पर इस संबंध में सूचना साझा करते कहा कि जमशेदपुर में लगातार 33 बार फोन करने के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची। इससे अंततः दो गरीब महिलाएं जिंदगी की जंग हार गयीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महज कुछ करोड़ रुपये कमीशन के चलते पहले से एम्बुलेंस का संचालन कर रही कंपनी को टर्मिनेट कर नई कंपनी को एंबुलेंस सेवा के लिए अनुबंधित किया लेकिन यह कुछ करोड़ रुपये ही झारखंड की गरीब जनता के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। हेमंत को चाहिए कि पैसों का मोह छोड़ कर जनता की सेवा के लिए ऐसी अक्षम कंपनी का अनुबन्ध तुरंत समाप्त करें।
बाबूलाल ने साहिबगंज जिले में एक गर्भवती महिला को एम्बुलेंस नहीं मिल पाने के कारण उसे बहंगी में लादकर अस्पताल तक पहुंचाने के मसले पर कहा कि एम्बुलेंस अनुपलब्धता के कारण मरीजों को हुई परेशानी की खबरें लगातार आते रहती हैं लेकिन राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और उनका विभाग कोई संज्ञान नहीं लेता। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिस जिले का प्रतिनिधित्व करते हों, वहां बुनियादी स्वास्थ्य व्यवस्था की यह दयनीय हालत हेमंत के लिए भी ‘चुल्लू भर पानी में डूब मरने वाली’ स्थिति है। इन लोगों ने झारखंड की गरीब आदिवासी जनता के जीवन को नर्क बना दिया है।