बांका जिले के शंभूगंज प्रखंड के झखरा गांव के निवासी अनंत कुमार ने हाल ही में दिल्ली में आयोजित तीन दिवसीय नेशनल चैम्पियनशिप कुश्ती प्रतियोगिता में गोल्ड पदक जीतकर जिले और देश का मान बढ़ाया है। अनंत कुमार ने हरियाणा के पहलवान हितेश राणा को हराकर यह ऐतिहासिक सफलता हासिल की।
यह प्रतियोगिता दिल्ली के ताल कटोरा मैदान में आयोजित की गई थी, और दूसरे दिन अनंत ने हरियाणा के पहलवान के खिलाफ अपने अंतिम मुकाबले में शानदार प्रदर्शन किया। अनंत ने 12 अंक हासिल किए, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी को 8 अंक मिले। इस दौरान अनंत 72 किलोग्राम वजन में प्रतिस्पर्धा कर रहे थे।
कुश्ती की दुनिया में अनंत कुमार की यात्रा संघर्षपूर्ण रही है। वे पहले भी राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में गोल्ड जीत चुके हैं। इसके अलावा, 2024 में उन्होंने नेपाल के काठमांडू में साउथ एशियन कौमनवैल्थ कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक भी हासिल किया था।
अनंत ने अपनी सफलता का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत, संघर्ष और परिवार से मिली प्रेरणा को दिया। उनके पिता योगेंद्र प्रसाद एक किसान हैं और माता गृहणी हैं। अनंत ने बताया कि उन्हें कुश्ती की प्रेरणा गांव के पास बेलारी मेढ़ियानाथ में आयोजित दंगल प्रतियोगिता से मिली थी। आर्थिक तंगी के कारण उन्हें रोजी-रोटी के लिए दिल्ली जाना पड़ा, जहां वे सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने के साथ-साथ कुश्ती की ट्रेनिंग भी लेते रहे। वर्तमान में वे बोकारो में एक निजी कंपनी में काम करते हुए कुश्ती को भी अपने जीवन का हिस्सा बनाए हुए हैं।
अनंत की इस उपलब्धि से झखरा गांव और उनके परिवार के साथ-साथ क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल है। उनके संघर्ष और सफलता ने न सिर्फ कुश्ती प्रेमियों बल्कि पूरी क्षेत्र की प्रेरणा बनी है।