जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय द्वारा आज बैक्टीरिया मुक्त पेयजल अभियान की शुरूआत की गयी। इस अभियान के तहत जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पीएचईडी एवं पंचायती राज विभाग द्वारा अधिष्ठापित जलापूर्ति योजनाओं के सभी जल स्रोतों का बैक्ट्रोलॉजिकल जांच एचटूएस वॉयल के माध्यम से कराया जाना है। इस अभियान का उदेश्य लाभुकों को मानक के अनुरूप पेयजल उपलब्ध कराया जाना है। इस हेतु आज समाहरणालय सभाकक्ष में तकनीकी सहायकों एवं कनीय अभियंताओं का एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त अनिल कुमार, अपर समाहर्ता राजीव कुमार सिंह, कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी दीपक कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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जिलाधिकारी ने दिया निर्देश
बैक्टीरिया मुक्त पेयजल अभियान की शुरूआत एचटूएस वॉयल से करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यह अत्यंत ही महत्वपूर्ण कार्य है। विभाग द्वारा मानसून पूर्व अर्थात 15 जून तक बैक्ट्रोलॉजिकल जांच कराने का लक्ष्य रखा गया है परंतु प्रयास यह करना है कि जून के प्रथम सप्ताह तक इसे पूर्ण करा लेना है। उन्होंने कहा कि लाभुकों को मानकों के अनुरूप नियमित एवं निर्बाध जलापूर्ति सुनिश्चित करने हेतु पीएचईडी विभाग तत्परतापूर्वक कार्य करें। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, शिथिलता अथवा कोताही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।उन्होंने कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि तकनीकी सहायकों एवं कनीय अभियंताओं को एचटूएस वॉयल की कमी नहीं होनी चाहिए। बैक्ट्रोलॉजिकल जांच के क्रम में अगर किन्ही सहायकों एवं अभियंताओं को वॉयल की कमी होती है तो उसे तुरंत पूरा करते हुए शत-प्रतिशत जांच सुनिश्चित किया जाय।
“बैक्टीरिया मुक्त पेयजल के लिए विभाग कृतसंकल्पित“
कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी द्वारा बताया गया कि बैक्टीरिया मुक्त पेयजल संपूर्ण पश्चिम चम्पारण को उपलब्ध कराने हेतु विभाग कृतसंकल्पित है। निर्देशानुसार जून माह के प्रथम सप्ताह तक कार्य पूर्ण कराने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने बताया कि एचटूएस वॉयल से पानी की जांच कर डब्लूक्यूएमआइएस पोर्टल पर अपलोड किया जाना है। इस संदर्भ में सभी तकनीकी सहायकों एवं कनीय अभियंताओं को विस्तृत जानकारी प्रदान कर दी गयी है। जिलाधिकारी द्वारा कार्यपालक अभियंता सहित उपस्थित तकनीकी सहायकों एवं कनीय अभियंताओं को निर्देश दिया गया कि गर्मी के इस मौसम में एक भी सार्वजनिक चापाकल खराब नहीं रहना चाहिए। सभी चापाकल फंक्शनल होना चाहिए। कहीं से भी चापाकल खराब होने की सूचना प्राप्त होने पर त्वरित गति से कार्रवाई करते हुए उसे ठीक किया जाय।