बेतिया के जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय द्वारा आज गंडक नदी के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया गया। इस दौरान वे बगहा के पारसनगर एवं शास्त्रीनगर तटबंधों पर जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी ली तथा संबंधित अधिकारियों एवं कार्यपालक अभियंता को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि नेपाल में अत्यधिक बारिश होने के कारण गंडक नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। गंडक बराज से आज प्रातः लगभग दो लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज किया गया है, जो निरंतर कम होते जा रहे है। नेपाल सहित जिले में भारी वर्षापात के मद्देनजर जलस्तर में वृद्धि की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। सभी संबंधित अधिकारी एवं अभियंता अलर्ट रहेंगे।
उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़ एवं कटाव से निपटने हेतु सभी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरूस्त रखी जाए। विभागीय दिशा-निर्देशों सहित एसओपी का अक्षरशः अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाए। आपदा की स्थिति में जानमाल की क्षति नहीं हो अथवा कम हो, इस हेतु सभी को तत्परतापूर्वक कार्य करना है। सभी अधिकारी एवं अभियंता सजग एवं सतर्क रहकर अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करेंगे। इसमें तनिक भी लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, सख्त कार्रवाई होगी।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कार्यपालक अभियंता लगातार तटबंधों की पेट्रोलिंग कराएंगे। संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में सुरक्षात्मक सामग्री का स्टॉक रखेंगे ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित गति से सुरक्षात्मक कार्य कराया जा सके। उन्होंने निर्देश दिया कि जलस्तर में बढोतरी हो सकती है, इस पर नजर बनाकर रखें तथा ऐहतियातन सभी व्यवस्थाएं अपडेट रखें। उन्होंने निर्देश दिया कि कटाव होने की स्थिति में तुरंत फ्लड फाईटिंग का कार्य कराना सुनिश्चित किया जाए। कार्य गुणवतापूर्ण होना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी संबंधित कार्यपालक अभियंता कराए जा रहे फ्लड फाईटिंग कार्य सहित तटबंधों का लगातार निरीक्षण करेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि जलस्तर बढ़ने तथा बाढ़ आपदा की स्थिति में निचले क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों को माईकिंग सहित अन्य माध्यमों से अलर्ट कराया जाए। उन्हे सुरक्षित स्थलों पर जाने को कहा जाए। प्रभावितों को सुरक्षित रखने हेतु बाढ़ आश्रय स्थल सहित अन्य चयनित ऊचें स्थलों पर सभी प्रकार की व्यवस्थाएं कर ली जाए।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि बढ़ते जलस्तर के कारण नावों के परिचालन पर रोक लगा दी जाए। इस हेतु अविलंब घाटों पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जाए, जो नावों के परिचालन पर रोक लगाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने सख्त निर्देश दिया कि बढ़ते जलस्तर के दौरान चेतावनी के बावजूद नावों के परिचालन करने वाले नाविकों के विरूद्ध कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी द्वारा स्थानीय माननीय जनप्रतिनिधियों, नागरिकों से जलस्तर, कटाव, नावों के परिचालन आदि से संबंधित फीडबैक लिया गया। साथ ही स्थानीय नागरिकों को सजग एवं सचेत रहने की सलाह जिलाधिकारी द्वारा दी गयी। उन्होंने कहा कि बढ़ते जलस्तर के दौरान घाटों से नावों का परिचालन नहीं होने दें। इससे जान-माल की क्षति की संभावना बढ़ जाती है।
एसडीएम, बगहा, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल द्वारा बताया गया कि नदी के जलस्तर पर नजर बनाकर रखी गयी है। तटबंधों की लगातार पेट्रोलिंग करायी जा रही है। तटबंधों की सुरक्षा तथा नावों के परिचालन पर अंकुश लगाने हेतु कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की जा रही है। संवेदनशील तथा अतिसंवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में फ्लड फाईटिंग मेटेरियल का स्टॉक सुरक्षित है। इस अवसर पर पर बगहा पुलिस अधीक्षक किरण कुमार, गोरख जाधव, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अनिल राय, प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा शाखा, विपिन कुमार यादव, एसडीएम, बगहा, डॉ0 अनुपमा सिंह, विशेष कार्य पदाधिकारी सुजीत कुमार सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी, बाढ़ प्रमंडल