जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में गुरुवार को समाहरणालय सभाकक्ष में जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति एवं जिलास्तरीय समीक्षा समिति की विशेष बैठक हुई। बैठक में ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रगति पर चर्चा की गई। जिसमें जिले का साख/जमा/अनुपात, एसीपी, पीएमआइइजीपी, केसीसी, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आदि की समीक्षा की गयी। समीक्षा के क्रम में बताया गया कि सीडी रेसियो में पश्चिम चम्पारण जिला की रैंकिंग बिहार में टॉप फाइव में है। अधिकांशतः बैंकों का सीडी रेसियो अच्छा है, लेकिन कुछ बैंकों का सीडी रेसियो अपेक्षाकृत कम है। जिसमें ससमय वांछित सुधार लाने की आवश्यकता है।
प्रतिभागियों को प्रशिक्षित कराया गया
आर-सेटी ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान द्वारा वितीय वर्ष 2023-24 की प्रथम तिमाही तक कुल-150 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित कराया गया है। जिसमें दुधारू पशुपालन एवं वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के लिए 24, बकरी पालन के लिए 67, मुर्गी पालन के लिए 24 एवं मछली पालन के लिए 35 प्रतिभागी शामिल हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 134 पुरूष एवं 16 महिला प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है, जसमें 132 बीपीएल प्रतिभागी सम्मिलित हुए। इसके अलावा विभागीय निर्देशानुसार मंडल कारा, बेतिया में 35 विचाराधीन कैदियों को 10 दिवसीय मछली पालन का प्रशिक्षण भी दिया गया है।
सांसद संजय जायसवाल ने दिए महत्वपूर्ण सुझाव
समीक्षा के क्रम में सांसद संजय जायसवाल ने कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिये और विस्तृत प्रतिवेदन उपलब्ध कराने को कहा गया। उन्होंने कहा कि हनी प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के उदेश्य से आर सेटी के माध्यम से प्रशिक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। हनी प्रोडक्शन के लिए जिले में अनुकूल वातावरण तथा संसाधन उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना महत्वपूर्ण है। ज्यादा से ज्यादा बेरोजगार युवा स्वरोजगार कर सकें इसके लिए मुद्रा योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार तथा प्राप्त आवेदनों का सही तरीके से निष्पादन कराना होगा। इच्छुक एवं योग्य बेरोजगार व्यक्तियों को समयबद्ध तरीके से मुद्रा योजना से लाभान्वित किया जाय। जिलाधिकारी ने सांसद को आश्वस्त किया गया कि दिये गये सुझावों का गंभीरतापूर्वक अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जायेगा।
सीडी रेसियो में वांछित सुधार लाने का प्रयास करें
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि सीडी रेसियो में जिन बैंकों का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कम है, वे इसमें ससमय वांछित सुधार लाने का प्रयास करें। पीएमइजीपी, किसान क्रेडिट ऋण योजना, मुद्रा योजना आदि बेहद महत्वपूर्ण है। इसके क्रियान्वयन में अधिकारी एवं बैंकर्स तत्परता दिखाएं तथा इच्छुक व्यक्तियों को लाभान्वित करें। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना महत्वाकांक्षी योजना है। इसके अंतर्गत लघु एवं सूक्ष्म उद्योगों को ऋण प्रदान कर लघु एवं कुटीर उद्योगों को बढ़ाया जा सकता है। इस योजना के तहत प्राप्त आवेदन को निर्धारित समयावधि में नियमानुसार निष्पादन कराना सुनिश्चित किया जाय। बैठक में उप विकास आयुक्त अनिल कुमार, निदेशक, डीआरडीए सुजीत कुमार बरनवाल, संयोजक-सह-अग्रणी जिला प्रबंधक, सतीश कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।