बिहार में दिन-प्रतिदिन हवा दूषित हो रही है। हवा में नमी बढ़ने के कारण धूल कण की मात्रा बढ़ गई है। इससे हवा की क्वालिटी खराब हो गई हैं। पिछले 24 घंटों में 8 शहरों का AQI 200 के पार रिकॉर्ड किया गया है। राजधानी पटना का AQI सबसे ज्यादा 296 दर्ज किया गया है। इसके अलावा छपरा का 273, सहरसा का 256, राजगीर का 247, हाजीपुर का 235, मुजफ्फरपुर का 234, बक्सर का 233 और गया का 206 AQI लेवल दर्ज किया गया है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स एक तरह का टूल है, जो यह मापता है कि हवा कितनी साफ और स्वच्छ हैं। इसकी मदद से हम इस बात का भी अंदाजा लगा सकते हैं कि इसमें मौजूद एयर पॉल्यूटेंट्स से हमारी सेहत को क्या नुकसान हो सकते हैं। AQI मुख्य रूप से 5 सामान्य एयर पॉल्यूटेंट्स के कॉन्सन्ट्रेशन को मापता है। इसमें ग्राउंड लेवल ओजोन, पार्टिकल पॉल्यूशन, कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड शामिल हैं। आपने AQI को अपने मोबाइल फोन पर या खबरों में आमतौर पर 80, 102, 184, 250 इन संख्याओं में देखा होगा।
एयर पॉल्यूशन से हमारी सेहत पर कई प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। इसके कारण कार्डियोवस्कुलर डिजीज और श्वसन संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ता है। एयर पॉल्यूशन से बढ़ता है स्ट्रॉक, कोरोनरी हार्ट डिजीज, COPD, फेफड़ों का कैंसर, निमोनिया, मोतियाबिंद, टाइप टू डायबिटीज, फैटी लीवर डिजीज, ल्यूकेमिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।